डाॅ. ओकानो ने डेंटिस्ट रेडियोलोजीस्ट महासम्मेलन में किया संबोधित
पेसिफिक डेन्टल काॅलेज में चल रही 30 वीं राष्ट्रीय कार्यषाला में डाॅ. त्रोमोहीरी ओकानो, टोक्यो डेन्टल काॅलेज, जापान ने अपने सभा को संबोधित किया। डाॅ. ओकानो ने अपने लेक्चर में कार्यशाला की मुख्य थीम “पुनरावलोकन“ से शुरूआत करी।
उन्होने मुख एवं दाॅतो की रेडियोलोजी के शुरूआती उद्गम एवं उन्नति के बारे में बताया। उन्होने बुनियादी तकनीको से लेकर नवीनतम तकनीको जैसे की कोन बीम कम्प्यूटेड टाॅमोग्राफी (सी. बी. सी. टी.) सी.टी. स्केन एवं एम.आर.आई. की मुख्य स्वास्थ्य संबंधित बिमारियों का पता लगाने से लेकर ईलाज तक में उपयोगिता बताई। उन्होनें बताया कि दाॅतों की विभिन्न बिमारियों जबड़ों की बिमारियों एवं डेन्टल ईम्पलोट क्षैत्र में ये सभी तकनीके मददगार है।
उन्होने विभिन्न रेडियोलाॅजी तकनीक में रेडियेशन अनावरण को कम करने पर जोर दिया। सीबीसीटी के फायदों को गिनाते हुए उन्होनें इससें दंत चिकित्सा क्षैत्र में आई क्रांति के बारे में बताया। इससे दाॅतों एवं बिमारियों की सूक्ष्म बिमारियों, मुहँ के उत्तकों की बिमारियों का आसानी से पता लगाया जा सकता है। साथ ही इससें दाॅतों, हड्डियों एवं चेहरें का हूबहू पुनर्वास किया जा सकता हैं जो कि चेहरे की सुन्दरता को बढाया जा सकता है। दूसरे स्पीकर्स में डाॅ. संसारें नायर डेन्टल हाॅस्पिटल, मुम्बई ने थूूक ग्रन्थियांे की बिमारियों पर व्याख्यान दिया। डाॅ. अजय दिनकर नें फोरेंसिक डेन्टिस्ट्री, डाॅ. जुनैद अहमद ने 3 . क् ईम्पलोट प्रिन्टिग; डाॅ सल्वामूयू कुमार ने षारिरिक एवं मानसिक बिमारियों से ग्रसित मरीजों में दंत चिकित्सा एवं डाॅ. नीता मिश्रा ने दंत चिकित्सा प्रंबंधन पर व्याख्यान दिये।