उदयपुर। पं. जगन्नाथ प्रसाद स्मृति मंच उदयपुर द्वारा कोर्ट चैराहा स्थित हनुमान मंदिर पर ‘बसन्त संध्या संगीत गोष्ठी‘ का आयोजन किया गया।
जिसमें नवोदित कलाकार के रूप में संगीता बंसीलाल शिंदे ने शास्त्रीय गायन में राग हंसध्वनि का मध्य लय खयाल‘‘ लागी लगन सखी‘‘ प्रस्तुत किया व मराठी भजन गोविंद गोपाल हरि नारायणा से अपनी प्रस्तुति को विराम दिया। तत्पश्चात मुख्य कलाकार के रूप में उदयपुर की युवा बांसुरी वादक सुश्री भारती सिसोदिया ने बांसुरी वादन प्रस्तुत किया। भारती ने कार्यक्रम का आरम्भ राग जोग कोन्स में विलंबित गत से कर मध्य लय व द्रुत लय में राग को चरम पर पहुंचाया। इसके बाद राग बसन्त प्रस्तुत कर श्रोताओं को आनन्द विभोर किया। इनके बांसुरी वादन में विस्तार,लयकारी , तान में श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये।
कार्यक्रम में तबला पर पंकज बनावत व हारमोनियम पर संगत महेन्द्र कुमार ब्यावत ने की। मुख्य अतिथि श्रीमती निशा व्यास व विशिष्ट अतिथि श्रीमती शबनम चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति को सहेजने एवम नवोदित कलाकारों के लिए ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से करने पर बल दिया।
कार्यक्रम का आरम्भ माँ सरस्वती के दीप प्रज्वलन व अतिथियों के स्वागत के साथ हुआ। स्मृति मंच के संरक्षक व कार्यक्रम सलाहकार नरेंद्र कुमार ब्यावत ने मंच के उद्धेश्यों पर प्रकाश डाला। अंत में मंच के सचिव महेन्द्र कुमार ब्यावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मंजरी आर्य ने किया।