तीन दिवसीय म्हारो राजस्थान निःशुल्क प्रदर्शनी प्रारम्भ
उदयपुर। संसा फाउण्डेशन दिल्ली द्वारा कृषि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी,स्वास्थ्य, सहित अन्य क्षेत्रों में केन्द्र सरकार के विभागों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में किये जा रहे नये अनुसंधानों को जन-जन एवं छात्रों तक पंहुचाने के लिये उद्देश्य से जालोर के नगर पालिका ग्राउण्ड में 13 फरवरी से निःशुल्क तीन दिवसीय प्रदर्शनी प्रारम्भ हुई। जिसका उद्घाटन जालोर के जिला प्रमुख डाॅ. बनयसिंह गोयल,जिला परिषद सदस्य मंगलसिंह सिराणा तथा नाथूसिंह ने किया।
फाउण्डेशन के संयोजक मनमोहन भास्कर एवं आनन्दपाल ने बताया कि प्रदर्शनी में रिसर्च एण्ड डवलपमेन्ट, पावर एण्ड एनर्जी,एग्रीकल्चर एवं होर्टिकल्चर,इन्फ्रास्टक्र डवलपपेम्ट,आईटी एण्ड कम्यूनिकेशन,हेल्थ केयर एण्ड मेडिसिन,हेण्डलूम एण्ड हेण्डीक्राफ्ट, एज्यूकेशन एण्ड ट्रेनिंग,एनवायरमेन्ट कन्जरवेशन क्षेत्रों में हुए डवलपमेन्ट को प्रदर्शनी में प्र्रदर्शित किया जा रहा है।
उन्होेंने बताया कि प्रदर्शनी में विभिन्न स्कूलों एवं काॅलेजों के 2 हजार से अधिक विद्यार्थी एवं किसान भाग ले रहे है। इन क्षेत्रों में अध्ययनरत विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के माॅडलों के जरिये विकास को बतायेंगे। इन विद्यार्थियांे के लिये आकर्षक पुरूस्कार भी रखे गये है। प्रदर्शनी प्रातः 10 से संाय 6 बजे तक चलेगी।
उन्होेंने बताया कि प्रदर्शनी में इसरो का जीएसएलवी उपग्रह का माॅडल सभी के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इस उपग्रह के जरिये मानव को अंतरीक्ष में भेजा जायेगा। इस स्टाॅल पर इसरो द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में हो रही प्रगति की जानकारी दी जा रही है।
भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण- जीएसआई द्वारा प्रदर्शनी में जीवाश्म खनिज की चटट्ानों की जानकारी दी जा रही है। व्हेल मछली व डायनासोर की हड्डियों व उनके अण्डों को प्रदर्शित किया जा रहा है। इस बात की भी जानकारी दी जा रही कि कौनसी चटट्ान में कौनसा पदार्थ निकलता है।
इण्डियन केान्सिल आॅफ मेडिकल रिसर्च द्वारा उद्योगों में होने वाली बीमारियों की विद्यार्थियों को जानकारी दी गईं, तथा स्वाईन फ्लू,मलेरिया जैसी बीमारियों के बारें में विस्तार से जानकारी दी गई। ग्रेनाईट मार्बल की कटिंग से होने वाली बीमारियों के बारें मंे बताया गया। प्रदर्शनी में सीएसआईआर द्वारा 7 प्रकार की तकनीकों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके अलावा प्रदर्शनी में इलेक्ट्रोनिक अडलटरेशन सिस्टम यानि मिलावट की भी जाकनारी दी गई।
उन्होेंने बताया कि प्रदर्शनी में एमपीयूएटी के विद्यार्थियों व उदयपुर क्षेत्र के किसानों को पैदावार की जानकारी दी गई।
एम.भास्कर व आनन्दपाल ने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और विकास, कृषि और कौशल विकास को बढ़ावा देना है। इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में इसरो, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद,बायोटेक्नोलाजी विभाग,भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद,गेल, सीओआईआर,उपभोक्ता मामलें,खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग,हिन्दुस्तान कोपर लिमिटेड, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम सहित अनेक केन्द्रीय विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाकर अपने-अपने क्षेत्रों में हो रहे नवीन अनुसंधानों की जानकारियंा दी जायेगी। प्रदर्शकों द्वारा इस प्रकार की प्रदर्शनी में भाग लेकर ज्ञान, अनुभव और इंटरेक्टिव सत्र और प्रश्नोत्तरी को साझा करते है।
भास्कर ने बताया कि प्रदर्शनी में तीनों दिन विभिन्न स्कूलों के छात्रों, और जनता, राज्य और केंद्र सरकार के विभाग वैज्ञानिक मॉडल और साहित्य से परिचित होंगे। विभिन्न क्षेत्रों में शोध और प्रयोगों के बारे में युवाओं को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। यह प्रदर्शनी आगंतुकों को जानकारी देगा और नवीनतम नवाचारों और शोध योजनाओं के लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
आनन्दपाल ने बताया कि यह प्रदर्शनी प्रौद्योगिकी, कृषि, महिलाओं और बच्चों के कल्याण, उद्योग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, शिक्षा, अनुसंधान और विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, बिजली और ऊर्जा, कृषि, के मुख्य क्षेत्र बागवानी आदि कार्यक्रम में विकास गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी।