उदयपुर/ भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय एवं एसोसिएशन आफ फार्मेसी प्रोफेश्नलस के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय इन्टरनेशनल कान्फ्रेन्स आयोजित की गई।
सह अधिष्ठाता प्रो.चेतन सिंह चैहान ने आगन्तुकों एवं प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे इस काॅन्फ्रेन्स से शोध क्षेत्र मे नए आयामों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी लेकर इस क्षेत्र मे अपना योगदान दें। एपीपी मलेशियन इंन्टरनेशनल ब्रांच के वाइस प्रेसिंडेंट डाँ.वी. सुब्रमन्यन ने ड्रग डिसाइन मे फार्माकोलोजी के विभिन्न पहलुओं के उपयोग को विस्तार से समझाया। एपीपी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डाँ. जैनेन्द्र जैन ने ड्रग डिसाइन के अंतराष्ट्रीय परिदृश्य मे हो रहे बदलाव एवं चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
डाॅ. विनित बाया ने व्यक्तिगत विकास के पहलु बताए। संयोजक डाँ. मिनाक्षी भरकतिया ने बताया कि एपीपी द्वारा शिक्षकों, शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। आयोजन सचिव डाँ. अंजु गोयल ने बताया कि देश के विभिन्न प्रांतो से आए प्रतिभागियो ने फार्मेसी के विभिन्न विषयो पर पोस्टर प्रदर्शन किए जिसमे प्रथम ईशिता शर्मा द्वितीय. मोहिन खान पठान व यमुना चैधरी व तृतीय प्राची अग्रवाल रहे। विजेताओं को भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के डाॅ. रघुवीर सिंह चैहान, पर्वत सिंह राठौड,़ डाँ महेन्द्र सिंह राणावत डाँ. युवराज सिंह सांरगदेवोत ने पुरस्कृत किया।