पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आफ मैनेजमेन्ट में नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में डीन, प्रो. महिमा बिड़ला ने कहा कि तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में बाजार में नए कौशल युक्त एमबीए प्रोफेशनल की मांग बढ़ रही है।
अब कम्पनियाँ वैसे एम.बी.ए. ग्रेज्युट से संतुष्ट नहीं होती जो पारम्परिक रूप से मार्केटिंग, एच.आर., फाइनेंस, लाॅजिस्टीक्स आदि मेें पारगत है। बल्कि उनका आधुनिक कौशल जैसे डेटा एनालेटिक्स आर्टिफिशल इंटिलिजेन्स आदि में भी युक्त होना आवश्यक है। और पेसिफिक विश्वविद्यालय का फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट इस बदलाव के प्रति पूर्णतः सजग है। पेसिफिक एम.बी.ए. का पाठ्यक्रम इतना समृद्ध है कि यहाँ से पढ़ने वाले विद्यार्थी बाजार की मांग के अनुरूप रोजगार योग्य होते है। उन्होंने नव प्रवेशित विद्यार्थियों का आव्हान किया की वह अपने आगामी दो वर्ष विश्वविद्यालय में दी जा रही विभिन्न सुविधओं का भरपुर लाभ उठाए व अपना सर्वश्रेष्ठ देकर स्वयं को उत्कृष्ट एम.बी.ए. ग्रेज्युट के रूप में ढालने का प्रयास करें। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष पेसिफिक एम.बी.ए. छात्र-छात्राओं में से 92 प्रतिशत का प्लेसमेन्ट भारत की श्रेष्ठ कम्पनियों में होने के कारण पेसिफिक एम.बी.ए. प्रोग्राम में प्रवेश लेने के लिए छात्र-छात्राओं का विशेष उत्साह दिख रहा है।
पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट में नए सत्र का शुभारम्भ दस दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम से हुआ। प्रारम्भ में कार्यक्रम संयोजक डा. पल्लवी मेहता ने सभी का स्वागत किया एवं इंडक्शन कार्यक्रम के विभिन्न आयामों की जानकारी दी। उन्होंने कहा की इस इंडक्शन कार्यक्रम का उद्देश्य एकेडिमिया एवं काॅरपोरेट आवश्यकताओं के मध्य के अन्तर को कम करना हैं। प्रो. दिपिन माथुर ने पेसिफिक विश्वविद्यालय के इतिहास एवं विस्तार की गहन जानकारी प्रदान की। अपने उद्बोधन में सहायक प्रोफेसर डा. शिवोह्म सिंह ने पेसिफिक एम.बी.ए. काॅलेज की पठन पाठन की फिलोसिपी एवं तौर तरिकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पेसिफिक फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट के सभी अध्यापक गण विद्यार्थियों की हर प्रकार की सहायता करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। एवं पाठ्यक्रम को भी हमेशा अपडेट करते रहते है।
कार्यक्रम संयोजक डा. कुलविन्दर कौर ने जानकारी दी कि इंडक्शन प्रोग्राम के अन्तर्गत आगामी दस दिनों तक अनेक सत्र आयोजित होंगे। जिनमें आइस-ब्रेकिंग सत्र, एक्शटेसन लेक्चर, मैनेजमेन्ट गेम्स, काॅरपरेट विशेषज्ञों द्वारा वार्ता, इंडस्ट्री विजीट प्रमुख है। जिससे सभी नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का 360 डिग्री व्यक्तित्व विकास हो सकें। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उदयपुर शहर के अलावा भी अनेक शहरों जैसे बुन्दी, पाली, कोटा, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, डुंगरपुर आदि शहरों के छात्र-छात्राओ ंने एम.बी.ए. कार्यक्रम में प्रवेश लिया है। यही नहीं उत्तरप्रदेश के गौरखपुर व महाराष्ट्र से भी विद्यार्थी पेसिफिक में एम.बी.ए. की पढ़ाई करने आए है।