महावीर युवा मंच संस्थान का सेवाश्री सम्मान समारोह
शहर के 209 संगठनों के प्रतिनिधियों का सम्मान
उदयपुर। विधायक एवं पूर्व गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जैन समाज के उदयपुर में जितने कार्यक्रम होते हैं उतने शायद कहीं नही होते। जहां आज फत्तावत का नाम आता है, वहां मैं कुछ और नही सोचता। हमेशा यह प्रयत्न किया कि समाज का नाम रोशन कर सकूं। अपना समय देकर जो कार्यक्रम सफल बनाते हैं, वे अनमोल हैं।
वे श्री महावीर युवा मंच संस्थान की ओर से रविवार को तेरापंथ भवन में आयोजित सेवाश्री सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर शहर भर के जैन समाज के 209 संगठनों के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। संस्थान की पहली बार गठित युवा कार्यकारिणी को शपथ दिलाई गई। मुख्य वक्ता समाजसेवी केएस मोगरा थे। अध्यक्षता बड़ी सादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल ने की। विशिष्ट अतिथि महापौर चंद्रसिंह कोठारी, तेरापंथी कांफ्रेंस अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत एवं सरंक्षक दिलीप सुराणा थे। इस अवसर पर कटारिया का उनके अमृत महोत्सव पर माला, शॉल, उपरना, मेवाड़ी पगड़ी और उनका चित्र भेंटकर सम्मान किया गया। संस्थान द्वारा प्रधानमंत्री के आव्हान पर स्वच्छता को लेकर नियुक्त 7 महिला ब्रांड एम्बेसेडर ने कटारिया को स्वच्छता सम्बन्धी 75 संकल्प पत्र भेंट करते हुए इसे एक लाख तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
संस्थान के मुख्य सरंक्षक फत्तावत ने कहा कि युवा विंग को शपथ दिलाते हुए कहा कि अगली पीढ़ी को तैयार किया जा रहा है। 30 वर्ष पूर्व 30 युवाओं ने समाज हित के लिए संस्थान की नींव रखी। आज काफी हद तक हम अपने प्रयास में सफल भी हुए हैं। महावीर जयंती पर 7वां विशाल स्वामी वात्सल्य होगा जिसने एक लाख लोग शामिल होंगे। सामूहिक क्षमापना, प्रतिभा सम्मान जैसे कई कार्य वर्ष भर करते हैं। जैन समाज के 209 संगठन यहां मौजूद हैं। सभी संस्थानों को आज यहां सेवा श्री के रूप में सम्मानित किया गया है। सभी संगठन चिंतन और मनन करे। 10 से 15 वर्ष के बच्चों को यंग एमबीए की ट्रेनिंग दी जा रही है। चित्तौड़ में गत दिनों 1100 बालिकाओं के स्मार्ट गर्ल ट्रेनिंग कैम्प किया। 78 महिला सन्गठन रजिस्टर्ड हैं।
विधायक ओस्तवाल ने कहा कि सेवा कार्यों की गांवों में बहुत जरूरत है। वहां भी कोई न कोई कार्य हाथ में लें।
महापौर कोठारी ने कहा कि समाज ईंटों से बनता है। ऐसे लोगों को आगे लाना दायित्व हैं। महावीर के सिद्धान्तों की पालना करते हुए सेवा कर रहे हैं।
मुख्य वक्ता मोगरा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज की एकता को दर्शाते हैं। संगठन के प्रतिनिधि नहीं बल्कि कोच हैं जो अपने अपने पंथों को निखार रहे हैं। देश की 24 प्रतिशत रेवेन्यू देते हैं। 1952 में संसद में जैन समाज के 57 सांसद थे जो अब एक रह गए। एकता विखंडित हो रही है। पाश्चात्य को अपना रहे हैं। केक को काटकर बांटते हैं, उसी प्रकार समाज को बांट रहे हैं। आज जैन समाज को एकजुट होने की जरूरत है। शपथ लेते समय हम कल्पतरु की शपथ लें। शादियों में होने वाले खर्च कम करने के लिए ऐसे भवन निशुल्क प्रदान करें। अंतरजातीय विवाह पर भी विचार करना होगा।
युवा विंग के नवनियुक्त अध्यक्ष चिराग कोठारी ने विचार व्यक्त किये। संस्थान अध्यक्ष महेंद्र तलेसरा ने स्वागत उदबोधन में कहा कि निस्वार्थ सेवा करने से असाध्य बीमारियां तक समाप्त हो जाती हैं। सेवा से आत्म संतुष्टि जो मिलती है, उसका कोई मोल नहीं।
मंगलाचरण आशा कोठारी एवं समूह ने किया। संस्थान महिला प्रकोष्ठ की सदस्याओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया। अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी पहना, उपरना ओढ़ा, स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया गया। संचालन विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने किया। आभार विजयसिंह सिसोडियाने व्यक्त किया।