एक लाख लोगों में से एक फीसदी में होती है यह समस्या
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हाॅस्पिटल, बेदला मैं एक्लेजिया का सफल ऑपरेशन किया गया। इस आॅपरेशन को अंजाम दिया गे्रस्ट्रोसर्जन डॉ. विकेश जोशी, एनेस्थिटिक डॉ. प्रकाश औदित्य, डाॅ. केजी, बृजेश भारद्वाज, अजय चैधरी एवं संदीप की टीम ने।
बाॅसवाडा के कलिजंरा निवासी पेशे से ड्राइवर 38 वर्षीय कल्पेश सोनी को पिछले दो साल से पेट दर्द एवं खाना खाने मे परेशानी का सामना करना पड रहा था। कल्पेश को खाना खाने में ताकत लगानी पडती साथ ही खाने के दौरान लगातार पानी पीना पडता था। परिजनों ने कल्पेश को अहमदाबाद दिखाया लेकिन आपरेशन में खर्चा ज्यादा होने एवं आर्थिक हालातों के चलते उसे पेसिफिक हास्पीटल बेदला लेकर आए यहा पर ग्रस्ट्रोसर्जन डा. विकेश जोशी को दिखाया, जाच करने पर पता चला कि मरीज के खाने की नली नीचे से सिकुड गई है जिसके चलते खाने को उदर में जाने में काफी दिक्कत होती है। इस बीमारी को एक्लेजिया कहतें है जिसका की आपरेशन द्वारा ही इलाज सम्भव था।
ग्रस्ट्रोसर्जन डा. विकेश जोशी ने बताया कि कल्पेश को लेप्रोस्कापिक हेलर कार्डियो मायोटाॅमी द्वारा इस समस्या से छुटकारा दिलाया। है। इन प्रक्रिया के दौरान, निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर में मांसपेशियों के तंतुओं को काट दिया जाता है। डाॅ.जोशी ने बताया कि एक्लेजिया की समस्या एक लाख लोगों में से 0.03 से एक फीसदी ही व्यक्तियों में होती है। एक्लेजिया की समस्या वाले लोगों को अक्सर निगलने में परेशानी होती है या ऐसा महसूस होता है कि भोजन उनके भोजन नली में फंस गया है। इसे डिस्पैगिया के नाम से भी जाना जाता है। अन्य लक्षणों में सीने में दर्द या तकलीफ,वजन घटना,खाने के बाद तीव्र दर्द या बेचैनी आदि शामिल हैं। कल्पेश के इस आॅपरेशन में सरकार की भामाशाह योजना के साथ साथ मेंनेजमेन्ट का काफी सहयोग रहा जिसके लिए परिजनों ने संस्थान के चेयरमेन राहुल अग्रवाल को धन्यवाद दिया। मरीज अभी तरह से स्वस्थ्य है, और उनको छुट्टी दे दी है।