उदयपुर। राष्ट्र संत गणिनी आर्यिका गुरू मां सुप्रकाशमति माताजी आदि संसघ का आजा मगवास गांव में मंगल प्रवेश पर भव्य स्वागत हुआ।
सुप्रकाश ज्योति मंच के राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि मगवास में श्रावकों भक्ति के चलते श्रावक 1 किमी तक गुरू मंा के साथ पद विहार करते हुए आयोजन स्थल पर पंहुचे। ढिकलिया गांव में ओगणा,झाड़ोल, बदराणा,खाखड़,फलासियश, कोल्यारी,बिच्छीवाड़ा,आदि गांवों के प्रतिनिधि गुरू मंा के स्वागत में पंहुचे।
पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर मगवास के अध्यक्ष राजकुमारी धन्नावत ने बताया कि गुरू मां 61281 किमी. की यात्रा कर मगवास पंहुचने पर उनका जगह-जगह स्वागत कर पाद प्रक्षालन किया गया। मंदिर पंहुच कर माताजी ने श्रीजी का अभिषेक एवं महाआरती धारा की गई। दोपहर 1 बजे काल सर्पदोष निवारक विधान पाश्र्वनाथ ससंघ प्रारम्भ हुआ।
इस अवसर पर गुरू मां ने बताया कि सर्व रोग भय दुख दरिद्र का नाश करने करने वाली पूजा है। इस पूजा के सौधर्म इन्द्र श्रीमती कमला केशवलाल, कुबेर इन्द्र श्रीमती अंजना ब्रजलाल धन्नावत, यज्ञ नायक नेमीचन्द गोदावत,लक्ष्मीलाल गोदावत एवं 21 इन्द्र जोड़़ो की पूजा में भाग लिया।
गुरू मां ने बताया कि जीवन में यदि उन्नति,सुख,समृद्धिवान बनना चाहते है तो प्रतिदिन प्रातः प्रभु भक्ति एवं गरीब बेसहारा,का सहारा बनोगे तो दुख कभी पास नहीं आयेगा। इस यात्रा की सेवा में महेन्द्र शाह, जीवन्धर जावरीया एवं कई गणमान्य नागरिक लगे हुए है।