पेसिफिक में सात दिवसीय फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का शुभारम्भ
शोध के क्षेत्र में भारत को विश्व में अग्रणी बनाने हेतु हमारे शोध की गुणवत्ता में सुधार करना आवश्यक है। रिसर्च कल्चर में गुणात्मक सुधार करके ही हम हमारे विश्वविद्यालयों को विश्व की अग्रणी श्रंृखला में स्थापित कर सकते हैं। यह बात पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट की डीन डाॅ. महिमा बिड़ला ने एफ.डी.पी. के शुभारंभ के अवसर पर कही।
उल्लेखनीय है कि पेसिफिक विश्वविद्यालय फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट द्वारा आयोजित सात दिवसीय फैकल्टी डवलपमेन्ट प्रोग्राम का शुभारम्भ डीन पी.जी. स्टडीज प्रो. हेमन्त कोठारी व प्रो. महिमा बिड़ला द्वारा किया गया। प्रोग्राम का विषय ‘रिसर्च मेथडोलाॅजी एण्ड डेटा एनालिसिस युजिंग एक्सल एवं एसपीएसएस’ है। प्रो. बिड़ला ने कहा कि वर्तमान संदर्भ में अनुसंधान हेतु विभिन्न साॅफ्टवेयर प्रयोग में लिए जाते है एवं शोधार्थियों को इन साॅफ्टवेयर का प्रशिक्षण देकर उच्च स्तरीय शोध को बढ़ावा देना ही पेसिफिक विश्वविद्यालय का उद्देश्य है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि हालांकि शोध पत्रों की संख्या के मामले में भारत विश्व में 5वें स्थान पर है। परन्तु वैश्विक स्तर पर हमारे शोध पत्र साइटेशन पाने में पिछड़ जाते है। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विशिष्ट अतिथि डीन – पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज डाॅ. हेमन्त कोठारी ने प्रसन्नता व्यक्त की कि पेसिफिक विश्वविद्यालय फैकल्टी आॅफ मैनेजमेन्ट द्वारा ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाना सराहनीय है। उन्होंने आशा प्रकट कि यह सात दिवसीय कार्यशाला प्रतिभागियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। कार्यक्रम संयोजक डा. पुष्पकांत शाकद्वीपी व डा. कुलविन्दर कौर ने जानकारी दी कि कार्यशाला के दौरान विभिन्न सत्र आयोजित होंगे, जिनमें ऐसे अनुभवी विषय विषेशज्ञों द्वारा रिसर्च से सम्बन्धित सभी क्षेत्रों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा जो भारत के विभिन्न संस्थानों में प्रशिक्षण दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि शोध के दौरान उत्कृष्ट डेटा विजुअलाईजेशन तथा प्रजेंटेशन में काम आने वाले आधुनिक विशिष्ट साॅफ्टवेयर जैसे टेबल्यु, सिस्टेक, आर, एडवांस एक्सल एवं एस.पी.एस.एस. आदि का गहन प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में मुम्बई, दिल्ली, जालंधर, कोटा, जयपुर आदि स्थानों से पधारें 48 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। प्रथम सत्र में अनुभवी रिसोर्स पर्सन राजस्थान ईकोनोमिक ऐसोसिएशन के पूर्वाध्यक्ष प्रो. एन.के. दशोरा ने बेसिक्स आॅफ रिसर्च के बारे में प्रशिक्षण दिया।