उदयपुर जिले में कोरोना वैक्सीनेशन का प्रथम ड्राई रन संपन्न
उदयपुर/ कोरोना वैक्सीनेशन का प्रथम ड्राई रन शुक्रवार को उदयपुर जिले में संपन्न हुआ। वैक्सीनेशन सत्र स्थल पर हेल्थकेअर वर्कर्स को वैक्सीन का डेमो दिया गया।
जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने वैक्सीनेशन स्थल पर पहुंच कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और की गई व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताते हुए जिले में प्रथम चरण के तहत किये जाने वाले वैक्सीनेशन की तैयारियों की संबंध में विस्तृत निर्देश संबंधित अधिकारियों को प्रदान किए। उन्होंने बताया कि जैसे ही हमे वैक्सीन प्राप्त होती है हम वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से मुस्तैद व तैयार है। प्रथम चरण 205 साइट्स का चिन्हिकरण कर अपलोड कर दिया गया है और इसमें लगभग 33 हजार लोगों का वैक्सीनेशन करना है, जिनका पंजीकरण कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में पूर्व में विभिन्न टीकाकरण कार्यक्रम चलते आए है, इस वजह से हमारे पास एक आधारभूत ढांचा उपलब्ध है और उसमें वैक्सीन को स्टोर करने की क्षमता भी पर्याप्त है।
इस अवसर पर चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.जेड.ए.काजी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी, आरसीएचओ डॉ. अंकित जैन एवं डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ.अक्षय व्यास भी मौजूद थे।
सीएमएचओ डॉ.खराड़ी ने बताया गया कि उदयपुर में आज ड्राई रन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल चांदपोल, सीएचसी नाई एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज एआईआईएसएम बेडवास में सम्पन्न हुआ। प्रत्येक सत्र स्थल पर 25 लाभार्थियों पर ड्राई रन किया गया। कुल 75 लाभार्थियों में से 74 उपस्थित व सीएच सीनाई से एक लाभार्थी अनुपस्थित रहा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वैक्सीनेशन सत्र स्थल पर एक प्रतीक्षा कक्ष एक वैक्सीनेशन कक्ष एवं एक विश्राम कक्ष बनाये गए है। प्रतीक्षा कक्ष में प्रत्येक कुर्सी पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नंबर अंकित किया गया है। वैक्सीनेशन के लिए पहुचने वाले स्वास्थ्यकर्मी के ऑनलाइन वेरिफिकेशन के बाद टीकाकरण का डेमो दिया गया एवं उसके पश्चात 30 मिनट के लिए विश्राम कक्ष में निगरानी हेतु बैठाया गया। चांदपोल चिकित्साल पर इस दौरान आरएनटी प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल, एमबी अधीक्षक डॉ.आर.एल.सुमन, डॉ. राहुल जैन, डॉ. सम्पत कोठारी आदि मौजूद रहे।
जिले में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के लिए 191 टीम गठित की गई है। जिनमे से 20 टीम रिजर्व रखी गई है। सभी चिकित्साकर्मियों के साथ पुलिसकर्मी एवं अन्य सहयोगी स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। हर सत्र स्थल पर प्रत्येक टीम द्वारा एक दिन में 100 कर्मियों को टीका लगाया जायेगा।