उदयपुर। कला आश्रम फाउण्डेशन की इकाई कला आश्रम काॅलेज आॅफ परफोर्मिंग आटर््स एवं पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हास्पीटल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता ‘‘उड़ान-2021’’ का सेमीफाइनल राउण्ड अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आॅनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया।
यह इस प्रतियोगिता का द्वितीय चरण था, जिसमें कुल 24 प्रतिभागियों ने फाइनल राउण्ड के लिए अपना स्थान सुरक्षित किया। सीनियर वर्ग से मितुला पाण्डे, नृत्यश्री विजयन, मिमांशा वर्मा, अध्या वर्मा, ख्याती भट्ट एवं प्रियंका बजाज फाइनल राउण्ड में पहुंची। जूनियर वर्ग से ऐश्वर्या आर., दीया पारिख, मन्नत श्रीवास्तव, प्रिशा गांधी, गौरी प्रकाश, मुगु कामाक्षी त्रिपुराश्री, दीया श्रीमाली एवं अंकिता ने फाइनल राउण्ड के लिए स्थान सुरक्षित किया। माईनर ग्रुप से आर्या तनुश्री, सुहा थानवी, जैनिका पुरोहित, माही जेटली, वेदान्तिका नाथ, स्वात्चोटा राॅय, अनन्या पारख, संचालिका घोष, आयुषी सरकार एवं प्रविधि जैन ने फाइनल राउण्ड के लिए स्थान सुरक्षित किया। यह सूची इस प्रतियोगिता के लिए प्राप्त बहुमुखी प्रतिभा, उत्कृष्टता और उत्साह की एक चमकती हुई झलक है। द्वितीय चरण को पार करने के साथ यह सभी कलाकार अपनी गति, कला और रोमांच को और अधिक ऊर्जा और उत्साह के साथ 25 जुलाई 2021 को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करेंगे।
कार्यक्रम समन्वयक सुश्री श्लोका अग्रवाल ने गणपति वन्दना नृत्य के साथ प्रतियोगिता का सेमीफाइनल राउण्ड का शुभारम्भ किया। पेसेफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पीटल के चैयरमेन श्री राहुल अग्रवाल एवं कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डाॅ. दिनेश खत्री ने उर्जावान उद्बोधन द्वारा प्रतियोगिता का आगाज किया गया एवं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रेषित की। मधुरम खत्री द्वारा गायन वादन एवं सुश्री प्रतिमा गुरनानी द्वारा प्रतियोगिता की थीम, संकल्पना और यात्रा के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।
समन्वयक श्लोका अग्रवाल ने अपने उद्भाषण में जन हितार्थ योजना के तहत कोविड रिलिफ फण्ड हेतु राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतिभागियों को उड़ान-2021 के नाम से एक मंच पर लाकर अपनी कला और हुनर को प्रदर्शित करने हेतु सभी का आभार प्रकट किया। इस मुहिम में पेसेफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पीटल की ओर से 11 लाख रूपए कोविड रिलिफ फण्ड में दिए जाएंगे। गौरतलब है कि कोरोना संकट के कारण उत्पन्न सभी चुनौतियों और भावनात्मक उथल-पुथल के बीच उदयपुर और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की ओर से विश्व को नृत्य के माध्यम से सकारात्मक शक्ति से भरने और सभी को साहस के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से इस अंतर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित हो रही है, जिसमें 11 जून से प्रारम्भ नामांकन प्रक्रिया 11 जुलाई को सेमीफाइनल राउण्ड तक पहुंच चुकी है। प्रतियोगिता का फाइनल 25 जुलाई 2021 को शास्त्रीय नृत्य विशेषज्ञों के एक वैश्विक पैनल के नेतृत्व में आयोजित किया जाएगा। जूरी पैनल में पद्मभूषण एवं पद्मश्री गुरू डाॅ. उमा शर्मा, प्रख्यात कुचीपुडी नृत्यांगना गुरू श्रीमती कौशल्या रेड्डी, तरंगिनी कत्थक स्कूल सैन जोन्स अमेरिका की संस्थापक श्रीमती अनुराधा नाग, मशहूर बाॅलीवुड कोरियोग्राफर सोनिया शर्मा और बाॅलीवुड अभिनैत्री श्लोनी खन्ना शामिल है। प्रतियोगिता के विशिष्ट अतिथि के रूप में मशहूर टी.वी. एवं बाॅलिवुड अभिनेता माॅडल विराफ पटेल शामिल होंगे।
उड़ान कार्यक्रम की सूत्रधार और संस्थापक गुरू डाॅ. सरोज शर्मा ने सेमीफाइनल राउण्ड के विजेताओं के परिणामों को घोषित करते हुए बताया कि इस अद्भुत कला संगम में भारतवर्ष के सभी प्रदेशों के साथ अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, यू.ए.ई. से भी प्रतिभागियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। प्रतियोगिता की घोषणा के साथ ही 5 वर्ष से लेकर 55 वर्ष तक के कला साधकों की प्रविष्ठियों का सिलसिला शुरू हो गया, जो अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। कला की साधना एक ऐसी शिक्षा है, जो व्यक्ति में जीवन्तता का अहसास दिलाती है, जो वर्षों से किए जा रहे अभ्यास और रियाज से ही अपने उत्कृष्ट कला के मुकाम पर पहुंचता है। वर्तमान में कोविड ने सामाजिक दूरी की बाध्यता के साथ इन नवोदित कला साधकों को अपने गुरूओं और प्रदर्शन मंच से दूर कर दिया है। इन कला साधकों का भी मन करता है कि एक ऐसी उड़ान भरू, जो इन सभी तुफानों से कहीं ऊपर हो, जहां संगीत से हमारा निकट का रिश्ता हो, जहां भले ही स्वर अलग हो, ताल अलग हो, देश अलग हो, वेश अलग हो, पर संगीत का रास्ता, मंजिल और उद्देश्य ऐसा हो जो इनके सपनों को उड़ान दे सकें। इसी उड़ान की संकल्पना ने 6 देशों और 12 राज्यों को आज एक ही मंच पर उड़ान के नाम से ला खड़ा किया है। उड़ान विविधताओं का नाम है, उड़ान हृदय की गहराईयों का नाम है, उड़ान रोमांचक सफर का नाम है, उड़ान ऊर्जा का नाम है।