उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा विश्व हीमोफीलिया एवं विश्व लीवर दिवस पर जागरूकता एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा हीमोफीलिया सम्बन्धी रोग के बारे मेंए उसके लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी दी गई।
हिन्दुस्तान जिंक संचालन क्षेत्र के आसपास कायड़ए दरीबाए देबारी और पंतनगर में हुए कार्यक्रमों में रोग का खतरा किन लोगों को अधिक है एवं किस प्रकार फैलता हैए इसकी रोकथाम कैसे की जा सकती है जटिलताओं के बारे में जागरूक किया गया। दरीबा के चौथपुरा, काबरा और मखनपुरिया गांवों के 150ए कायड़ के माकड़वाली, कायड़; भुट्टों की पाल, में 100, देबारी के हकदार भोपाली, सिंघावट का वाड़ा, रेहटा, पटलिया के 100 और पंतनगर के विजयनगर सहित कुल करीब 375 से अधिक ग्रामीण लाभान्वित हुए।
इसी प्रकार विश्व लीवर दिवस पर लीवर सम्बन्धी रोगों की जानकारी देते हुए इनसे बचाव के तरीके बताए गए। भीलवाड़ा, उदयपुर और चित्तौड़गढ़ के इंद्र का खेड़ा, परशुरामपुरा, नगरी गांवों में हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से मोबाइल हेल्थ वैन के जरिये हुए जागरूकता सत्रों में विशेषज्ञों ने बताया कि शरीर में मस्तिष्क के बाद लीवर सबसे जटिल अंग है। लीवर खराब होने से कई बीमारियां हो सकती है क्योंकि यह ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने, शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में मदद करता है। इसके अलावा शरीर में लीवर का कार्य, खून को साफ करने और अपशिष्ट बाहर निकालने में लीवर का महत्व, शराब, ड्रग्स और धूम्रपान से लीवर को होने वाले नुकसान, दवा के गलत कॉम्बिनेशन से लीवर को होने वाले नुकसान? लीवर की सफाई के टिप्सए स्वस्थ जीवन शैली अपना कर लीवर को स्वस्थ रखने के तरीकों के साथ ही हेपेटाइटिस ए और बी से लड़ने में टीके के महत्व की जानकारी दी। इन कार्यक्रमों में करीब 100 से अधिक ग्रामीण शामिल हुए।