हिन्दुस्तान जिंक और विद्या भवन के शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत दिवाली अवकाश के दौरान 9 दिनों के लिए 66 सरकारी विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का सञ्चालन किया जा रहा है। इनमें कक्षा 9 से 12 के 2860 विद्यार्थी जुड़कर अध्ययन कर रहे हैं। इन सभी विद्यार्थियों को विज्ञानए गणित व अंग्रेजी विषय में संबल प्रदान किया जा रहा है। इन कक्षाओं में 56 प्रोजेक्ट अध्यापकए 9 साधन सेवी तथा दिल्ली विश्वविद्यालय व अन्य बी एड कालेजों से आये 20 ग्रेजुएट विद्यार्थियों के साथ काम कर रहे हैं। यह कक्षाए 19 से 22 तथा 27 से 31 अक्टूबर के मध्य संचालित की जानी।
इन कक्षाओं में विद्यार्थियों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एक दूसरे से सिखने.सीखाने की शिक्षण विधि से काम किया जा रहा है। दविद्यार्थियों को दिए जा रहे इस सपोर्ट का मुख्य उद्देश्य है कि वे समझ के साथ सीख सके और बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर पायें। विद्यार्थियों के सीखने.सिखाने के समय को बढ़ाते हुए कोरोना के कारण जो लर्निंग गैप बना है उसपर काम किया जा सके।
शिक्षा संबल कार्यक्रम राजस्थान के पांच जिले अजमेर, भीलवाडा, चित्तौड़, राजसमन्द व उदयपुर के 66 राजकीय विद्यालय में चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम से इस सत्र में 9000 से अधिक विद्यार्थी जुड़कर लाभ उठा रहे हैं। यह सभी विद्यालय हिन्दुस्तान जिक की माइंस के आस.पास के विद्यालय है। 2008 से इन विद्यालयों के विद्यार्थियों को विज्ञानए गणित व अंग्रेजी विषय में सपोर्ट किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों के साथ सीधे काम किया जा रहा है, उन्हें स्कूल के अन्दर और स्कूल के बाहर दोनों तरह से संबल प्रदान किया जाता है। इस कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियों में समर कैम्प, विंटर कैम्प दीवाली कक्षाएंए नियमित कक्षा, शिक्षण, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, वोकेशनल कोर्स, करियर काउंसलिंग, फेलोशिप, तथा अध्ययन सामाग्री आदि के माध्यम से सपोर्ट किया जाता। इस कार्यक्रम के माध्यम से हर साल हजारों विद्यार्थी लाभंविंत होते हैं। वे बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करते हैं तथा उन्हें अपने आगे के अध्ययन व करियर दोनों में मदद मिलती है।