पेसिफिक यूनिवर्सिटी के पेसिफिक पॉलिटेक्निक कॉलेज में व पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ फायर एंड सेफ्टी मैनेजमेंट कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया।
निदेशक डॉ मुकेश श्रीमाली ने बताया कि हरे कृष्ण मूवमेंट व अक्षय पात्र फाउंडेशन में लाइफ स्किल कोच श्री मैत्रेय दास जिन्होंने भगवत गीता के वैदिक ज्ञान पर आधारित एनआईटी ,आईआईटी और आईआईएम में कई प्रेरणादायक वार्ताएं की है, उनके द्वारा विद्यार्थियों को जीवन से जुड़ी अनेक समस्याओं को अध्यात्मिक ज्ञान वह महान ग्रंथ जैसे भगवत गीता और श्रीमद्भागवत से हल किया जा सकता है आदि की जानकारी दी गई । स्वामी जी ने बताया कि हम सभी आत्मा है लेकिन हम सभी इस शरीर के लिए काम करते हैं आज पूरी दुनिया में इंटरनेट की वजह से मोबाइल फोन पर इंद्रियों के वश में आकर बहुत अधिक समय खराब कर देते हैं तथा सुख की चाहत में इधर-उधर भटकते रहते हैं तथा दुखी और भयभीत रहते हैं जबकि असली सुख तो हमारे स्वयं के अंदर है परंतु हम सभी उसको बाहर ढूंढ रहे हैं। स्वामी जी ने विद्यार्थियों को कहानियों के द्वारा कई सारे उदाहरण बताएं तथा वीडियो के द्वारा समझाया गया कि हमें स्वयं के लिए भी कुछ समय निकालना चाहिए तथा उन्होंने बताया मनुष्य जन्म का मतलब कर्म और कृष्ण की भक्ति ही है तथा देश विदेश के सैकड़ों अनुयाई कृष्ण ज्ञान को पूरी तरीके से अपने जीवन में उतार चुके हैं हमें भी हमारी संस्कृति तथा वेदों पर गर्व होना चाहिए उन्होंने बताया कि हमें हमारे मन को नियंत्रण में रखना चाहिए। मन यदि हमारा नियंत्रित है तो वह हमारा मित्र है अन्यथा वह हमारा शत्रु है ।इसके लिए हमें “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे” नाम का उच्चारण लगातार नियमित रूप से करना चाहिए ,भगवत गीता का पाठ करना चाहिए ,उच्च विचार रखने चाहिए तथा तुरंत लाभ के बजाय परम सुख की और ध्यान देना चाहिए ।अंत में सभी के लिए इस सेमिनार पर आधारित मोबाइल पर एक क्विज का आयोजन रखा जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वाले विद्यार्थियों को इनाम दिया गया व अंत में विद्यार्थियों के प्रश्नों का समाधान किया गया। श्री नीरज श्रीमाली द्वारा स्वामी जी तथा उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया गया।