आनंदम और जे.के. मेडिकल की पहल पर दिव्यांग, विकलांग, अपंग एवं लकवा पीडित मरीजों के लिए बनेगी संजीवनी
भारत की प्रथम एक्सो स्केलेटन गेट थैरेपी की मशीन, इस मशीन के प्रभाव से लकवाग्रस्त मरीज भी आसानी से चल सकेंगे
उदयपुर। भारत की पहली ई. हेल्पर रॉबोटिक एक्सो स्केलेटन गेट थैरेपी की सुविधा अब उदयपुर में उपलब्ध होने जा रही है। प्रथम ई-हेल्पर रॉवो बॉक मशीन का गुरुवार को प्रतापनगर स्थित आनंदम रिहेबिलिटेशन सेंटर में कलेक्टर ताराचंद मीणा एवं डॉ. आनंद गुप्ता द्वारा उद्घाटन किया गया। यह भारत की प्रथम एक्सो स्केलेटन रॉबोवॉक मशीन है।
इस अवसर पर डॉ. पीयूष देवपूरा ने बताया कि अरावली ग्रुप ऑफ हॉस्पीटल के निदेशक डॉ. आनंद गुप्ता के प्रेरणा और मार्गदर्शन से ये मशीन रशिया से खरीदी गई है। इसकी सुविधाएं प्रतापनगर स्थित आनंदम एवं जे.के फिजियोथेरेपी सेंटर शक्तिनगर में मिलेगी। इस मशीन की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए रशिया के ही टेक्नीशियन्स के द्वारा दो दिन की वर्कशॉप का पूर्व में आयोजन किया गया।
उद्घाटन के अवसर पर डॉ. आनंद गुप्ता ने कहा कि भारत में लकवा ग्रस्त मरीजों का इस मशीन के द्वारा इलाज कर राहत दिलाने का ये अनूठा प्रयास है। इस मशीन के उदयपुर में आने से लकवा ग्रस्त मरीजों को अन्यत्र भटकना नहंी पड़ेगा जिसे उनके धन और समय की बचत होगी। जय हनुमान राम चरित मानस प्रचार समिति ट्रस्ट उदयपुर (मेवाड़) के पं. सत्यनारायण जी चैबीसा ने बताया कि यह रिहेबिलिटेशन सेंटर बहुत ही न्यूनतम शुल्क पर आम आदमी को उपचार उपलब्ध कराएगी एवं समय-समय पर निशुल्क शिविर के आयोजन भी किए जाएंगे।
’मशीन से ये होगा फायदा-डॉ. स्वाति देवपूरा ने बताया कि जिस मसल्स के नर्वस सिस्टम काम नहीं करते है वो भी धीरे-धीरे काम करने लगेंगें एवं इस ई-हेल्पर रॉबो वॉक की सुविधा घर पर भी प्रदान की जा सकती है। लकवाग्रस्त रोगियों के अतिरिक्त साइनल कॉर्ड इंजूरी, मल्टिपल स्क्लेरॉसिस, जीबीएस सिंड्रॉम जैसी बिमारियो से ग्रसित लोगो के लिए भी यह किसी संजीवनी से कम नहीं होती। इसका सकारात्मक प्रभाव यह होगा की मसल्स धीरे-धीरे काम करने लगेंगे और उनकी निष्क्रियता जड़ से भी समाप्त हो सकेगी। जब इस मशीन के फायदे और प्रभाव डॉ. आनंद गुप्ता को बताया तो उन्होंने इसको यहां लाने के लिए मोटिवेट किया। डॉ. पीयूष देवपूरा एवं डॉ. स्वाति देवपूरा ने पिछले 12 वर्षों से लगातार अपनी सेवाएं प्रदान कर लेकसिटी में ही नहीं बल्कि राजस्थान में भी फिजियोथेरेपी चिकित्सा एवं इसके महत्व को ऊंचाइयां प्रदान कर रहे है। डॉ. देवपूरा आज भी नई तकनीक एंव देश विदेशो की नई मशीनों के अत्यधिक महंगे इलाज को भारत मेें न्यूनतम दरों पर आम आदमी तक पहुंचाने की ओर अग्रसर है एवं आगे भी प्रयासरत रहेंगे।