उदयपुर। भारत सरकार की ओर से आयोजित तीन दिवसीय एल्यूरिंग राजस्थान-2023 प्रदर्शनी 23 फरवरी से होटल इन्दर रेजीडेन्सी में प्रारम्भ हुई। इस प्रदर्शनी में भारत सरकार के विभिन्न विभाग अपने उत्पाद एवं उलपब्धियों को लेकर 3 दिन तक किसानों छात्रों और विभिन्न जनों को जानकारी दंेगें। प्रदर्शनी का उद्घाटन राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया ने किया।
गरासिया ने कहा कि भारत सरकार की ओर से आयोजित तीन दिवसीय अल्लूरिंग राजस्थान 2023 प्रदर्शनी विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले छोटे-छोटे उत्पादकों एवं किसानों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी। छोटे-छोटे कुटीर उद्योगों के माध्यम से अपनी आजीविका चलाने वाले काश्तकार एवं किसानों को एक बड़ा मार्केट मिलेगा और उनकी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी। जनजाति क्षेत्र के लोगों के लिए भारत सरकार का यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है। भारत सरकार के विभिन्न भागों से आए अधिकारियों कर्मचारियों को यहां के किसानों एवं जनजाति क्षेत्र के लोगों को करीब से देखने का मौका मिलेगा।
प्रदर्शनी के ऑर्गेनाइजर एमएम भास्कर ने बताया कि इस प्रदर्शनी में करीब 80 स्टाल लगी है जो देश के विभिन्न क्षेत्रों से अपने उत्पाद लेकर आए हैं। प्रदर्शनी में खासकर हैंडीक्राफ्ट, कृषि के बारे में जानकारी सहित साइंस एंड टेक्नोलॉजी वूलन एवं वुडन के उत्पाद आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। बाहर से जो लोग आए हैं उन्हें अपने उत्पादों के बारे में यहां के लोगों को जानकारी दी जाएगी एवं यहां की कला एवं संस्कृति से बाहर से आने वाले रूबरू होंगे। उत्तराखंड से अपने प्लाईवुड के उत्पादों के साथ आए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास विभिन्नता के उत्पाद है जो लकड़ी से बनाए गए हैं जिन पर बारीक कारीगरी की गई है।
आकर्षक राजस्थान प्रदर्शनी 2023 में सीएसआईआर की दो प्रयोगशालाओं ने भाग लिया है। प्रयोगशालाएं सीएसआईआर-सीरी पिलानी और सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर हैं। सीएसआईआर-सीरी ने दूध और शहद में मिलावट को मापने से संबंधित तकनीक का प्रदर्शन किया है। इस बीच उन्होंने अपने प्रमुख कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम विज्ञान गाँव की और का उल्लेख किया है, जहाँ उन्होंने छात्रों और बेरोजगार युवाओं को एसी, रेफ्रिजरेटर, वाइंडिंग्स, घरेलू बिजली के कनेक्शन जैसे विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में प्रशिक्षित किया और ट्रैक्टर, मोटरबाइक आदि की मरम्मत के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाता है। गौरतलब है कि यह प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जाता है। सीएसआईआर-आईएचबीटी ने किसानों के लाभ के लिए विकसित की गई कई प्रमुख तकनीकों का प्रदर्शन किया है। उन्होंने किसानों की आय में वृद्धि और फसलों की बेहतर उपज के लिए कई अनूठे तकनीकी समाधानों का प्रदर्शन किया है।