सफल मानव मस्तिष्क के निर्माण पर बीके शिवानी देगी अपना व्याख्यान
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उदयपुर एवं ब्रह्माकुमारिज आबू रोड के सहयोग से 11 जून को प्रातः 9 से दोपहर 2 बजे तक न्यूरोथियोलॉजी पर 10वाँ उदयपुर सम्मलेन स्वामी विवेकानंद सभागार, मोहनलाल सुखाडिया यूनिवर्सिटी, उदयपुर में आयोजित किया जाएगा।
पेसिफिक सेन्टर आफ न्यूरो साइन्सेस के डायरेक्टर डॉ. अतुलाभ वाजपेयी ने बताया कि इस सम्मेलन में न्यूरोथियोलॉजी में आध्यात्मिकता का न्यूरोलॉजिकल आधार को विभिन्न तकनीकी सत्रों के माध्यम से बताया जाएगा। न्यूरोथियोलॉजी का धर्म से कोई सीधा सम्बन्ध नहीं हैं। इस कार्यक्रम में आध्यात्म का न्यूरोलॉजिकल एवं वैज्ञानिक आधार पर चर्चा की जाएगी । इस सम्मेलन में ब्रह्माकुमारिज बी.के.शिवानी एवं विभिन्न पृष्ठ भूमियों से जुडें प्रख्यात व्यक्तियों द्वारा चर्चा में निकले निष्कर्षो का संकलन किया जायेगा । इसका मुख्यतः उदेश्य जन मानस की भलाई एवं रोगों की रोकथाम हैं।
जैसा कि सर्व विदित हैं की हम सदैव ज्ञान एवं भावनात्मक मानको को निर्धारित करते हैं। मनुष्य का आध्यात्मिक स्तर बढाने का प्रयास जैसे योग, प्रार्थना अथवा नमाज, उत्कर्ष,क्षमा, कीर्तन योग जैसे पद्धतियों का विभिन्न धर्मो में उपयोग किया जाता हैं। मूलभूत से आध्यात्मिक विकास के द्वारा जीवन को प्रसन्न, शांतिपूर्ण एवं नित्य कार्यो में अधिक उर्जा के साथ किया जा सकता हैं। ।
डाॅ.वाजपेयी ने बताया कि वर्तमान परिपेक्ष्य में आम जन महिला, पुरुष, बुजुर्ग, बच्चों में किसी न किसी कारण के चलते मानसिक बीमारियाँ बढ़ने लगी है वह चाहे डिप्रेशन हो,स्ट्रेस, चिंता जो की करियर,पढाई,पारिवारिक लड़ाई जगड़े,नौकरी,व्यापार या पति-पत्नि के बीच के संबंधो में शक आदि से सम्बंधित मामले बढ़ने लगे हैं। इन सभी कारणों एवं बीमारियों का मानव मस्तिष्क पर काफी असर पड़ने लगा हैं जिसका मेडिकल साइंस में कोई सीधा उपचार उपलब्ध नही हैं और यदि हैं भी तो उन सभी मेडिसिन्स के साथ न्यूरोथियोलॉजी विधा का भी काफी बड़ी भूमिका रहती हैं जिसके तहत मानव मस्तिष्क पर आध्यात्म,मानव की शिक्षा,उसकी संस्कृति जिसमे मानव का पालन-पोषण होता हैं उसका भी काफी बड़ा असर पड़ता हैं और साथ ही बड़ी जरुरत वर्तमान में योग,मेडिटेशन की पड़ने लगी है जो की मानव मस्तिष्क के लिए संजीवनी के समान है।
इस कार्यशाला में बी.के.शिवानी वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक तकनीकों के साथ एक सफल मानव मस्तिष्क के निर्माण विषय पर अपना व्याख्यान देंगी तो वही रीरी त्रिवेदी प्रतिकूल बचपन के अनुभवों का न्यूरो बायोलॉजिकल प्रभाव (बचपन का आघात), भारतीयों की नई पीढ़ी के लिये बच्चों का पालन पोषण एक साक्ष्य आधारित दृष्टी कोण पर प्रकाश डालेंगी। मानव मस्तिष्क पर भावी शिक्षा से मस्तिष्क का सशक्तिकरण करने के सम्बन्ध में उदयपुर सिटी के उच्चस्तरीय विश्वविधालय,आई.आई.एम.उदयपुर व शहर के विभिन्न पृष्ठभूमि वाले प्रख्यात व्यक्तियों द्वारा समूह चर्चा की जायेगी।