जनता ने राजस्थान मेंभाजपा को सौंपी सत्ता की चाबी
उदयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के परिणामों में जनता जनार्दन ने हर बार की तरह इस बार भी राज बदल दिया और सत्ता की चाबी पांच साल बाद वापस भाजपा को सौंप दी। रविवार देर शाम परिणामों की स्थिति स्पष्ट होने के बाद निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। भाजपा को करीब 114 सीटें प्राप्त हुई वहीं कांग्रेस को 71 सीटें मिली हैं। निर्दलीय व अन्य दलों को 14 सीटें मिलीं। 1 सीट पर चुनाव नही हुआ।
मेवाड़ की बात करें तो 8 सीटों में से 6 पर भाजपा कब्जा करने में सफल रही वहीं दो सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा। उदयपुर शहर सीट पर परंपरागत भाजपा के ताराचंद जैन ने कांग्र्रेस के प्रो. गौरव वल्लभ को रिकॉर्ड 32 हजार से अधिक मतों से हराया। इस सीट से अब तक गुलाबचंद कटारिया लड़कर जीतते रहे हैं। उन्हें असम का राज्यपाल मनोनीत करने के बाद पहली बार ताराचंद जैन को टिकट दिया गया था। जैन की जीत तय मानी जा रही थी क्योंकि वे निर्विवाद उम्मीदवार थे। नगर निगम में उप महापौर ने उन्हें सनातनी विरोधी बताकर विवादित बयान भी दिया था हालांकि वे भी बाद में जैन के साथ प्रचार में आ गए थे। इसके अतिरिक्त जैन की जीत में कटारिया से नाराज टीम ने भी जैन को पूर्ण सहयोग किया। संघ भी साथ उतरा और जैन की रिकॉर्ड मतों से विजय हुई।
उदयपुर ग्रामीण सीट पर फूलसिंह मीणा तीसरी बार लगातार विधायक बने। हालांकि इस बार कांग्रेस के विवेक कटारा को भी पूरी उम्मीद थी और उन्होंने मेहनत भी की थी। कटारा की मेहनत वोटों में बदल नहीं पाई। मावली सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक पुष्कर डांगी को कड़े मुकाबले में विजय प्राप्त हुई। यहां से भाजपा के केजी पालीवाल के साथ उन्हें कुलदीपसिंह चुण्डावत का भी सामना करना पड़ा। चुण्डावत ने कड़ी टक्कर दी। सलूम्बर में एआईसीसी के पूर्व सदस्य रघुवीर मीणा भी भाजपा के अमृत मीणा से हार गए। झाड़ोल में भाजपा के बाबूलाल खराड़ी विजयी रहे वहीं गोगुंदा में भाजपा के प्रताप भील ने कांग्रेस के मांगीलाल गरासिया को हराया वहीं खेरवाड़ा में कांग्र्रेस के दयाराम परमार ने भाजपा के नानालाल अहारी को हराया। हॉट सीट बनी वल्लभनगर में रालोप से भाजपा में शामिल हुए उदयलाल डांगी ने कांग्रेस की प्रीति शक्तावत को हराकर सीट पर कब्जा जमाया। उपचुनाव में शक्तावत ने डांगी को हराकर इस सीट पर विजय प्राप्त की थी। जनता सेना की दीपेन्द्र कुंवर तीसरे स्थान पर रहीं।
सबसे कम नोटा शहर में, सबसे ज्यादा झाडोल में
विधानसभा आम चुनाव- 2023 में उदयपुर जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 25914 मतदाताओं ने सभी उम्मीदवारों को नकारते हुए नोटा का इस्तेमाल किया। इसमें सबसे अधिक झाडोल विधानसभा क्षेत्र में 6488 मतदाताओं ने नोटा चुना। वहीं सबसे कम उदयपुर शहर में 1579 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया।