वेदांता समूह की सीसा, जस्ता और चांदी उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक ने नागपुर में आयोजित गुणवत्ता अवधारणाओं, एनसीक्यूसी पर 37 वें राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्कृष्टता की उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त कर 4 इकाइयों ने पुरस्कार प्राप्त किये। क्वालिटी सर्कल फोरम ऑफ इंडिया (क्यूसीएफआई) नागपुर चैप्टर द्वारा श्री रामदेवबाबा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, मंत्री भारत सरकार नितिन गडकरी मुख्य अतिथि थे।
2200 से अधिक क्वालिटी कॉन्सेप्ट टीमों और 12 हजार से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी वाले इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में, हिंदुस्तान जिंक की चार व्यावसायिक इकाइयों ने विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष सम्मान हासिल किया। राजपुरा दरीबा कॉम्प्लेक्स की इकाई से, सिंदेसर खुर्द माइन की टीम पैलेन टीम विशिष्ट पुरस्कार मेेरिटोरियस अवार्ड, राजपुरा दरीबा माइन अचीवर्स को एक्सीलेंस अवार्ड, जबकि शस्त्रों टीम को मेरिटोरियस अवार्ड मिला। दरीबा स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स में मेटल क्रशर और एफएफ चैलेंजर्स दोनों ने प्रतिष्ठित एक्सीलेंस अवार्ड जीता। जावर ग्रुप ऑफ माइंस में, जावर, विद्युत और नॉर्टेक की टीमों को उनके असाधारण योगदान के लिए एक्सीलेंस अवार्ड, रामपुरा अगुचा में, रैम गीक और आगुचा विजनरीज दोनों को सम्मानित एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ, जिंक स्मेल्टर देबारी में, एमसीटीपी मेवरिक्स ने पार एक्सीलेंस अवार्ड हासिल किया, जबकि जेडई इनोवेटर्स ने एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त किया।
एक्सीलेंस एवं पार एक्सीलेंस अवार्ड दोनों से मान्यता प्राप्त टीमें अब गुणवत्ता अवधारणाओं पर आगामी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीक्यूसी) में कंपनी का प्रतिनिधित्व करने के लिए पात्र हैं। नवाचार, उत्कृष्टता और सतत विकास की संस्कृति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के साथ, यह मान्यता न केवल गुणवत्ता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है बल्कि हिंदुस्तान जिंक को उद्योग में अग्रणी के रूप में भी स्थापित करती है।