उदयपुर। पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित डिजिटल और बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला “डिकॉन्स्ट्रक्टिंग एआई” का आयोजन 5th और 6th अप्रैल को किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की जटिलताओं को समझने में मदद करना और उन्हें डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ और उसके बाद मुख्य अतिथि, मथको की डेटा साइंस मैनेजर सुश्री छवि चावला का स्वागत डॉ ऋतू खन्ना द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन कुशलतापूर्वक करुणा सोनी, द्वारा किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में प्रोफेसर दिलेन्द्र हिरेन ने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एआई तेजी से विकसित होता हुआ क्षेत्र है और यह कार्यशाला छात्रों को इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने में सहायता करेगी।
विश्वविद्यालय के अध्यक्ष, प्रोफेसर के.के. दवे ने छात्रों को इस अवसर का पूरा लाभ उठाने और एआई के क्षेत्र में नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एआई भविष्य की तकनीक है और यह विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति लाने वाली है। स्नातकोत्तर अध्ययन विभाग के डीन, प्रोफेसर हेमंत कोठारी ने छात्रों को इस तरह के मूल्यवान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बधाई दी। उन्होंने छात्रों को सीखने की निरंतर प्रक्रिया बनाए रखने और भविष्य के लिए तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का सफल समन्वयन डॉ. दिव्या शेखावत द्वारा किया गया। दो दिवसीय कार्यशाला में छात्रों को डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के सिद्धांतों के साथ-साथ इन क्षेत्रों में प्रयुक्त तकनीकों की जानकारी दी गई। और छात्रों को अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया गया। कार्यशाला का समापन सत्र प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ। इस कार्यशाला को छात्रों द्वारा काफी सराहा गया और यह कार्यशाला उनके भविष्य के लिए काफी लाभदायक साबित होगी।