उदयपुर। उदयपुर जिले की झाड़ोल तहसील की ग्राम पंचायत माकड़ा देव के ग्राम सेलाना में एक मई को विशाल मेला होगा। महाप्रसादी आयोजन भी होगा।
संघ के संस्थापक उदयपुर के वरिष्ठ समाजसेवी दम्पति श्रीमती मांग बाई एवं मनोहरलाल सरूपरिया ने बताया कि भीलोड़ी माता के 12 वें स्थापना दिवस पर तीन दिवसीय धार्मिक महोत्सव मनाया जाएगा, जिसमें 30 अप्रेल को रात्रि जागरण के साथ ही एक मई को कलश यात्रा, यज्ञ, सेवा, पूजन तथा मेले का विशाल आयोजन रखा गया है।
सरूपरिया ने बताया कि मंदिर परिसर में ही आयोजित इस विशाल मेले में आदिवासियों के मनोरंजनार्थ डोलर,चकरी एवं मनिहारी स्टॉल लगाए जाएंगे। सरूपरिया ने बताया कि 11 वर्षों से सेलाना में निरन्तर श्रम की देवी भीलोड़ी माता की निष्ठा में मेला आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी परम्परागत वेशभूषा में भाग लेते है। उन्होंने बताया कि भीलोड़ी माता मंदिर की स्थापना के पीछे एक मात्र लक्ष्य यह रहा कि आदिवासी शराबखोरी से दूर रहें। मंदिर में जो भी आदिवासी आशीर्वाद लेने जाता है, वह कभी भी शराब नहीं पीता। उन्होंने कहा कि सम्भवत: उदयपुर सम्भाग में यह पहला मंदिर है जो श्रम की महत्ता दर्शाते हुए शराबखोरी से दूर रहने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में सजावटी एवं हर्बल पौधे लगाए गए हैं और निकट भविष्य में जड़ी-बूटियों का पौधरोपण भी आने वाली बारिश के दौरान किया जाएगा।
सरूपरिया ने बताया कि गत 1996 में उनके सपने में माता ने दर्शन दिए कि आदिवासी क्षेत्र में भीलोड़ी माता के नाम से उनकी मूर्ति की स्थापना करें, जबकि सरूपरिया जन समाज से संबंद्ध होते हुए स्थानकवासी होने के कारणवे मूर्तिपूजक नहीं है इसके बावजूद भी उन्होंने वर्ष 2000 में सेलाना गांव में माकड़ादेव के तत्कालीन सरपंच के सहयोग से भीलोड़ी माता का मंदिर बनाकर उसमें मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करवाई।