उदयपुर। सखी परियोजना के तहत जावर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक (आरएमजीबी) द्वारा सखी एसएचजी को 60 लाख रुपये का लघु ऋण वितरण किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सखी महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता और विकास को बढ़ावा देना है। सखी शक्ति फेडरेशन, जावर के तहत 225 से अधिक सखी महिलाओं ने राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक, टिड़ी से 60 लाख रुपये का लघु ऋण प्राप्त किया। यह क्रेडिट-लिंकेज सखी परियोजना के माध्यम से राजस्थान के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में महिला-नेतृत्व वाली आजीविका गतिविधियों को मजबूत करने के निरंतर प्रयासों में मील का पत्थर है।
सखी महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता और विकास को चिह्नित करने के उद्धेश्य से जावर माइन्स कम्युनिटी सेंटर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर आरएमजीबी क्षेत्रीय प्रबंधक उदयपुर कमलेश कुमार गुप्ता और टिड़ी के शाखा प्रबंधक रोशन लाल उपस्थित थे जिन्होंने सखी महिलाओं द्वारा प्रदर्शित प्रेरणा और वित्तीय अनुशासन की सराहना की। उन्होंने महिलाओं को स्वावलंबी आजीविका गतिविधियों में शामिल होने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए क्रेडिट और बैंकिंग सुविधाओं के माध्यम से अपना निरंतर सहयोग देने का वादा किया। इस कार्यक्रम में गिर्वा ब्लॉक के सरपंच एवं पंचायत प्रतिनिधि और आसपास के गांवों के पुलिस प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में जावर माइन्स के आसपास के गांवों की 150 से अधिक सखी महिलाओं ने भाग लिया।
सखी, हिंदुस्तान जिंक की एक प्रमुख सीएसआर पहल है, जिसे मंजरी फाउंडेशन के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। यह ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का प्रयास करता है। इस प्रक्रिया में, जावर माइन्स के आसपास के गांवों की हजारों महिलाओं को योग्य बनाया गया है साथ ही लघु ऋण के लिए विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों से जोड़ा है।