उदयपुर। पेसिफिक इंस्टीट्युट ऑफ बिजनेस स्टडीज और आईपीआर सेल पेसिफिक विश्वविद्यालय के द्वारा शैक्षणिक वीडियो निर्माण पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में शिक्षकों को शैक्षणिक वीडियो निर्माण के तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया।
पेसिफिक वि.वि. के प्रेसिडेंट प्रो. हेमंत कोठारी ने कहा कि डिजिटल शिक्षा के इस युग में, शैक्षणिक वीडियो निर्माण एक ऐसा कौशल है जो न केवल शिक्षकों की दक्षता को बढ़ाता है, बल्कि छात्रों को सीखने में भी अधिक रुचि प्रदान करता है। यह कार्यशाला शिक्षाविदों को डिजिटल उपकरणों का बेहतर उपयोग करने और शिक्षण पद्धतियों को अधिक आधुनिक बनाने में मदद करेगी। युनिवर्सिटी का उद्देश्य शिक्षकों को ऐसी क्षमताओं से सुसज्जित करना है, जो उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाए।
कार्यशाला के प्रशिक्षक प्रो. अनुराग मेहता ने बताया कि किस तरह से सरल उपकरणों जैसे लैपटॉप और मोबाइल फोन का उपयोग कर शैक्षणिक सामग्री को अधिक प्रभावशाली और उपयोगी बनाया जा सकता है। उन्होंने प्रौद्योगिकी के महत्व और इसे उच्च शिक्षण में अपनाने के विविध तरीकों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षाविदों ने भाग लिया। उन्हें पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन और अन्य डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर शैक्षणिक वीडियो बनाने की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने लाइव प्रोजेक्ट्स पर काम करते हुए अपनी रचनात्मकता और तकनीकी कौशल को निखारा।
कार्यशाला के समन्वयक डॉ. मोहम्मद अबिद ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह पहल शिक्षकों को नई तकनीकों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कदम है। शिक्षण में यह नवाचार अत्यंत लाभदायक है और यह प्रयास न केवल शिक्षकों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने में सहायक है, बल्कि शिक्षा को एक नई दिशा देने का माध्यम भी बनेगा।