उदयपुर। ऑल इण्डिया मैनेजमेंट एसोसिएशन, नई दिल्ली द्वारा आयोजित 28वें साइम्युलेशन मैनेजमेंट गेम्स में राष्ट्रीय स्तर पर पेसिफिक एमबीए के छात्रों ने उत्कर्ष्ट प्रदर्शन करते सेमी फाइनल्स के दो टीमों ने स्थान प्राप्त किया। डीन प्रो. दिपिन माथुर ने बताया कि मैनेजमेन्ट क्षेत्र की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पेसिफिक फैकल्टी ऑफ मैनेजमेन्ट की पाँच टीमों ने भाग लिया एवं दो टीमों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। इन टीमों का नेतृत्व डा. नरेन्द्र सिंह चावड़ा ने किया।
इस प्रतियोगिता का आयोजन दिल्ली स्कुल ऑफ बिजनेस, नई दिल्ली में ऑल इण्डिया मैनेजमेन्ट एसोसिएशन (आईमा) नई दिल्ली के तत्वाधान में हुआ। जिसमें उत्तर भारत की ख्यातनाम मैनेजमेंट संस्थानों की कुल 48 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी हर्षित पंवार, जुलफ्किार अली, याशु दिक्षित, राजदीप सिंह कि टीम तथा समीना बोहरा, अष्निका शर्मा जागृति पाण्डे, अक्षत जैन की टीम ने रिजनल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर सेमीफाइनल में स्थान प्राप्त किया। यह दो दिवसीय प्रतियोगिता में पॉच-चरणों में आयोजित हुई तथा विजेता का चयन सर्वाधिक लाभ अर्जित करने वाली टीम के अनुसार हुआ।
पेसिफिक सेन्टर ऑफ साइम्युलेशन के समन्वयक डा. नरेन्द्र सिंह चावड़ा ने बिजनेस साइम्युलेशन के बारे में जानकारी दी कि पेसिफिक सेन्टर ऑफ साइम्युलेशन अपनी तरह का देश में अनूठा केन्द्र है, जो छात्रों को परिकल्पित वातावरण में व्यापार सम्बन्धी निर्णय लेने में मदद करता है। प्रबन्ध साइम्युलेशन में प्रत्येक प्रबन्धकीय टीम एक परिकल्पित उपक्रम का प्रतिनिधित्व करती है। उन्हें एक परिकल्पित वातावरण में विभिन्न कार्यक्षेत्रों के विभिन्न प्रकार के निर्णय लेने होते हैं। उत्पादन, विपणन, वित्त, एवं मूल्य रीति-नीति सम्बन्धी लिए जाने वाले निर्णय ऑल इण्डिया मैनजमेन्ट एशोसियन के ‘चाणक्य’ नामक विशेष साफ्टवेयर में दर्ज किये जाते है। इसके फलस्वरूप कम्प्युटर सृजित अनेक विकल्प प्रतिभागी टीम के सम्मुख उपस्थित होते है। इन विकल्पों के सम्बन्ध में प्रत्येक टीम को एक वास्तविक उपक्रम की प्रबन्धकीय टीम की तरह एक श्रृंखलाबद्ध क्रम में अनेक निर्णय लेने होते है। इन सभी निर्णयों के आधार पर उस परिकल्पित व्यावसायिक उपक्रम के अन्तिम परिणाम कम्प्युटर साफ्टवेयर द्वारा प्रस्तुत किए जाते है। इन परिणामों के आधार पर विजेता और उपविजेता टीमों का निर्णय लिया जाता है।