मालायें पहनना आसान लेकिन उसका निर्वहन करना कठिन
उदयपुर। गोवत्स राधाकृष्ण महाराज ने कहा कि ईश्वर सच्चे दिल से पुकारने वाले भक्त से प्रसन्न होते है न कि लम्बी-लम्बी पूजा अर्चना करने वाले। गज मोक्ष कथा का वर्णन करते हुए उन्होनें कहा कि इंसान तो इंसान यहां तक पशु भी यदि ठाकुरजी को सच्चे दिल से दयालु, करूणासिन्धु व दीनबन्धु नामों से पुकारता है तो वे भी उनकी तत्काल रूप में सहायता करने पहुंच जाते है ठीक उसी प्रकार से जब मगरमच्छ के मुंह में हाथी का पांव फंस जाने पर उसने ठाकुर जी को सचचे मन से याद किया तो वे उसी क्षण उनकी रखा करने पहुंच गये। ठाकुरी जी कहते है कि कोई भी भक्त उन्हें जिस नाम से पुकारता है वे उसी के अनुरूप उनकी सहायता करते है।
वे आज आरियंटल पैलेस स्थित कृणाधाम में के.जी.गट्टानी फाउन्डेशन द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत के चौथे दिन कथा वाचन के दौरान उन्होनें उक्त बात कही। उन्होनें कहा कि अनेक व्यक्तियों को मालायें पहनने का बहुत शौक होता है लेकिन वे यह नही जानते कि मालायें पहनना तो बहुत आसान है लेकिन उस माला का निर्वहन करना बहुत कठिन है जबकि माला पहनने के असली हकदार तो सिर्फ ठाकुरजी ही है। इस अवसर पर उन्होनें अन्य मन वन्त्रों की चर्चा करते हुए कहा कि देवता व असुरों के बीच सन्धि की गाथा का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि जब तक देश में दूध,दही मलता रहेगा तब तक उन्हें गौ माता का महत्व समझ में नहीं आयेगा क्योंकि जिस प्रकार गो धन कट रहा उसको देखते हुए देश में दूध दही की कमी शीघ्र आयेगी। किसी भी यज्ञ को प्रारम्भ करने से पूर्व वहंा गौ गव्य का होना बहुत जरूरी है। जब गौ माता ही नहीं रहेगी तो यज्ञ कहां से प्रारम्भ होंगे। इस अवसर पर राधाकृष्ण महाराज ने की मुखर वाणी से जब ‘हे गोविन्द, हे गोपाल, अब तो जीवन हारे,सुर कहे शाम कहे अब तो शरण है तुम्हारे’ सहित कुछ भजन निकले तो वहां उपस्थित भक्त स्वत: ही भक्ति में लीन होकर नाचने लगे।
धूमधाम से मनाया नन्दोत्सव- कथा के चौथे दिन राधाकृष्ण महाराज द्वारा नन्दोत्सव का आयोजन किया गया जिसे वहां सभी भक्तों ने धूमधाम से मनाया। नन्दोत्सव के दौरान ठाकुरजी को माखन,मिश्री व पंजेरी का भोग धराया गया। दूर-दूर तक बैठक भक्तों तक प्रसाद पहुंचाने के लिये पाण्डाल में आज विशेष रूप से सौ फीट का रेम्प बनाया गया और उस पर से जनता तक फूल, खिलौने व चॉकलेट व प्रसाद वितरित किया गया।
प्रभात फेरी : प्रात: सवा पांच बजे हिरण मगरी से.4 स्थित श्री शिवमंदिर से प्रभात फेरी निकाली गयी। कल शनिवार को सुभाष नगर स्थित पाठेश्वर महादेव मंदिर से प्रभात फेरी निकाली जायेगी जबकि रविवार को सुन्दरवास स्थित अरविन्द नगर में शिवमंदिर से निकलेगी।