उदयपुर। समता मैत्री संघ व समता युवा संस्थान के दो दिवसीय निशुल्क न्यूरोथैरेपी चिकित्सा शिविर के समापन समारोह में 149 रोगियों ने शिविर का लाभ उठाया। शिविर प्रभारी डॉ. सुनिल वर्मा , डॉ. करण वर्मा ने संस्थान की सेवा भावना को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि इन्होनें न्यूरोथेरेपी को उदयपुर में नई पहचान दी है।
डॉ. सुनिल ने न्यूरोथेरेपी को एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति बताते हुए कहा कि डॉ. लाजपतराय मेहरा द्वारा उद्भूत इस पद्धति में रोगी के विभिन्न अंगों पर हाथ या पैरों से निर्धारित समय 6 से 8 सेकण्ड के लिये दबाव दिया जाता है जिससे रक्त प्रवाह ग्रन्थी की क्षमता में वृद्धि हो जाती है वह अंग ठीक रूप से काम करने लग जाता हैं उन्होने कहा कि इस शिविर में हमने पेट, कमर दर्द , गैस, जोडो के दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, गठिया, व मन्द बुद्धि बच्चों में आशा की किरण जगायी है। इस थैरेपी से ब्रेन के भी हर भाग पर कन्ट्रोल किया जा सकता है।
समता मैत्री संघ के कई पदधिकारी व सदस्य परिवार सहित इस शिविर में निरन्तर सेवारत रहे साथ ही अनेक गणमान्य नागरिकों ने इस शिविर में थेरेपी लगवा कर अपने अनुभव सुनाए। ओसवाल बडे साजन सभा के अध्यक्ष दिलीप सुराणा, अरिहन्त जैन सोसायटी के परामर्शदाता- नानालाल बया, कोषाध्यक्ष सतीष मठ्ठा, श्री हु.सा.स्था. जैन श्रावक संस्था के परामर्शदाता करणसिंह नाहर, रमेष कुमार बारोला, कार्यकारी अध्यक्ष करण सिंह गलुण्डिया, महामंत्री दिनेश कंठालिया, सेक्टर 11 -13 परिक्षेत्र के मंत्री दौलतसिंह खमेसरा, अणुव्रत समिति की नजमा मेवाफरोश के साथ-साथ श्रीमती रिजवाना, मुमताज बेगम, उर्मिला नागौरी, मोहन सिंह राणावत, रत्ना बाबेल एवं कमल बाबेल मुख्य रूप से उपचारार्थ उपस्थित थे। संस्थान एवं मैत्री संघ ने सभी डॉक्टरों, समाज के सदस्यों, अतिथियों व सेवा करने वाले सदस्यों के प्रति आभार ज्ञापित किया।