उदयपुर। पहले से ही महंगाई की मार से पीडि़त देश की जनता को केन्द्र सरकार ने अपने शासन के तीन साल पूरे होने की खुशी में पेट्रोल के दामों में साढ़े सात रूपये का इजाफा कर जो तोहफा दिया है, उससे तो अब गरीब के घर में चुल्हा जलना संभव नहीं रह जाएगा।
केन्द्र सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीतियों के कारण बढ़ती महंगाई से जनता त्रस्त हो गई है और इसका परिणाम केन्द्र सरकार को जल्द ही भुगतान पड़ेगा।
BJP महिला मोर्चा एवं माकपा ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। भाजपा ने ज्ञापन दिया वहीं माकपा ने पुतला जलाया। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा अध्याक्ष अलका मूंदड़ा, प्रदेश प्रतिनिधि किरण जैन, नगर परिषद सभापति रजनी डांगी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थीं।
माकपा जिला सचिव बी.एल.सिंघवी ने कहा कि केन्द्र सरकार इस बढ़ोतरी का कारण डॉलर के मुकाबले रूपये की कीमत घटना एवं तेल कम्पनियों का बढ़ता घाटा बता रही है, जबकि सारी पेट्रोलियम कम्पनियां भारी मुनाफा कमा रही है और रूपये की कीमतों में गिरावट के लिए भी केन्द्र सरकार स्वयं जिम्मेदार है, ऐसे में केन्द्र सरकार के दोष की सजा आम जनता को देना अन्याय है।
भाकपा सचिव मेघराज तावड़ ने कहा कि तीन साल में 40 रूपये लीटर का पेट्रोल आज लगभग 80 रूपये लीटर हो गया है, इस दौरान जब जब पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई, तब केन्द्र सरकार का बहाना यह रहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, आज जब अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में गिरावट हो रही है, तब इतनी बड़ी बढ़ोतरी के पीछे क्या कारण है, इसका केन्द्र सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।