पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम व वित्त समिति की बैठक
विलुप्त कलाओं को बढ़ावा दें : काक
उदयपुर। पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्री बीना काक ने कहा कि सांस्कृतिक केन्द्र विलोपन की ओर अग्रसरित कलाओं के कलाकारों को प्रोत्साहन देकर उनकी कला का प्रलेखन करे। वे पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक को संबोधित कर रही थीं।
केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक यहां आनन्द भवन में श्रीमती बीना काक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें केन्द्र के वर्ष 2012-13 के कार्यक्रम प्रस्तावों पर विचार विमर्श कर स्वीकृत किया गया। केन्द्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने बताया कि केन्द्र आलोच्य वित्तीय वर्ष मेंयोजनाओं पर करीब 7.5 करोड़ व्यय करेगा। पर्यटन मंत्री काक ने कहा कि सांस्कृतिक केन्द्रों के माध्यम से लोक कलाकारों की प्रतिष्ठा बढ़ी है तथा गांवों से कई लोक कलाकार लोगों के बीच पहुंच सके हैं।
दशोरा ने बताया कि केन्द्र द्वारा आगामी वर्ष में उदयपुर में शिल्पग्राम उत्सव, महाराष्ट्र में काला घोड़ा कला महोत्सव, गुजरात में वसंतोत्सव, गोवा में लोकोत्सव का आयोजन करेगा। पारंपरिक उत्सवों के अंतर्गत केन्द्र द्वारा राजस्थान में पुष्कर मेला, गुजरात में डांग दरबार, महाराष्ट्र में सिद्धेश्वर मेला, गोवा में गणेशोत्सव तथा केन्द्र शासित प्रदेश दमण में नारियल पूर्णिमा उत्सव तथा सिलवास में तारपा उत्सव में सहभागिता करेगा। शास्त्रीय कलाओं में केन्द्र द्वारा नूपुर के अंतर्गत गुजरात के मोढेरा के सूर्यमंदिर परिसर, महाराष्ट्र के लातूर तथा गोवा के श्रीम्हालशा मंदिर में शास्त्रीय नृत्य समारोह आयोजित किये जाएंगे। केन्द्र द्वारा ही दमण तथा दीव के मुक्ति दिवस पर दमण उत्सव व दीव उत्सव आयोजित किये जाएंगे।
दृश्य कलाओं में सृजन को प्रोत्साहित करने के लिये केन्द्र द्वारा ग्राफिक्स कैम्प ‘प्रत्यांकन’, चित्रकार शिविर ‘चित्रांकन’ का आयोजन किया जायेगा। वहीं उदयपुर में शिल्पग्राम में ‘आकृति’ के अंतर्गत टेराकोटा कार्यशाला में मोलेला कला पर सृजन कार्य इन दिनों चल रहा है। केन्द्र द्वारा बाधित प्रतिभाओं की कला से अलंकृत ‘उड़ान’ का आयोजन इस वर्ष भी किया जायेगा।
केन्द्र द्वारा अपने सदस्य राज्यों के चयनित जिलों में ‘‘यात्रा पश्चिमालाप’’ का आयोजन किया जायेगा। विशेष विषय वस्तु पर केन्द्रित कार्यक्रमों की श्रृंखला में केन्द्र द्वारा जैसलमेर में जनजातीय कलाओं पर आधारित ‘‘अरण्य पर्व’’ तथा तटीय प्रदेशों की कलाओं से अलकृत कला उत्सव ‘‘लहर—द वेव्ज’’ का आयोजन दमण में किया जायेगा।
बैठक में राजस्थान के पर्यटन कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव गुरजोत कौर, महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य संचालनालय के निदेशक आशुतोष घोरपडे, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के वित्त अधिकारी टीडी सेहरा, गुजरात संगीत नाटक अकादमी के सदस्य सचिव डॉ. प्रदीप बी. आजाद, कला एवं संस्कृति निदेशालय गोवा सरकार के उप निदेशक श्री अशोक परब, बाल भवन दमण की निदेशक मधु अलुवालिया, बाल भवन दीव के प्रेमजीत बारिया, दमण की श्रीमती मंजुश्री चांद, मुंबई की मयूरा देशपाण्डे भटोडकर, केन्द्र के अतिरिक्त निदेशक फुरकान खान आदि उपस्थित थे।
पुस्तक का लोकार्पण
पर्यटन कला एवं संस्कृति मंत्री श्रीमती बीना काक द्वारा शुक्रवार को होटल आनन्द भवन में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा प्रलेखन योजना में प्रकाशित तथा वंदना जोशी द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘मेवाड़ की लोक कला :फड़’’ तथा ऋषभदेव के श्री उपेन्द्र अणु द्वारा गुजरात की लोकप्रिय कला ‘‘तूरी बारोट’’ पर लिखित पुस्तक ‘‘तूरी बारोट’’ का लोकार्पण किया गया।