मेवाड़ हाईटेक इंजीनियरिंग लि.का 15 वां स्थापना दिवस पर आयोजित रंगारंग कार्यक्रम
उदयपुर। मेवाड़ हाईटेक इंजीनियरिग लि. व मेवाड़ टेक्रोकास्ट के तीन दिवसीय 15 वें स्थापना दिवस के अंतिम दिन रविवार रात सुखेर स्थित हवा मगरी में घूंघरू वाले अहसान भारती द्वारा पेश कव्वालियों से उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
शेरो-शायरी के साथ सभी की दाद पाने वाले अहसान भारती ने अपने कव्वाली कार्यक्रम की शुरूआत गणपति वंदना ‘सबसे पहले लिजिए गणपति का नाम’ से की। शेरो-शायरी करते हुए कहा कि दिल दिया है सुरूर भी दे दे,आंख दी है तो नूर भी दे दे। हिन्द-मुस्लिम एकता प्रतीक के रूप में पहिचाने जाने वाले अहसान भारती ने कहा कि उन्हें जितनी गणपति वंदना याद है, उतनी शायद किसी हिन्दू को भी नहीं होगी।
जिन घूंघरू की वजह से उन्हें पहिचान मिली उस पहिचान का भी यहां प्रदर्शन किया। नूर ए इलाही व पुतलीबाई में कव्वाली गाने वाले अहसान भारती व नसीम अख्तर बानो ने अपने 15 साथियों के साथ तबला, ढोलक,सेक्सोफोन व हारमोनियम के साथ पेश की गई कव्वालियों ने माहौल में जो संमा बांधा वह अंत तक जारी रहा। इण्डियन गोट टेलेन्ट में सलमान खान के समक्ष पेश की गईकव्वाली ‘मैं आवारा बादल हूं,प्यार में पागल हूं,रोने से बह जाऊंगा,तेरी आंखो का तारा हूं’। इसके अलावा पुतली बाई के नाम से प्रसिद्ध नसीम अख्तर बानो ने पुतली बाई की कव्वाली पेश कर सभी को तालियंा बजाने पर मजबूर कर दिया। जिसकी मां है और वह सुबह से शाम तक मां को प्यार भरी नजरों से देख लेता है तो वह एक हज़ के बराबर होता है। मां लब्ज सुनने से मां का लहू बढ़ेगा। मां के कदमों में है जन्नत होती है। मां का कर्ज चुकाया नही जाता है। ‘मैं मां का वो आंचल हूं’ भी कव्वाली प्रस्तुत की। इस अवसर पर उन्होनें सूफिया कलाम पेश किये।
इससे पूर्व मेवाड़ हाईटेक इंजिनियरिंग लि. के प्रबन्ध निदेशक सी.एस.राठौड़ ने पिछले 15 वर्षो में कम्पनी को मात्र कुछ लाख से एक सौ करोड़ तक ले जाने में सहयोगी रहे अधिकरियों व कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए कम्पनी की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर उन्होनें व श्रीमती डॅा. रीना राठौड़ ने अधिकारियों व कर्मचारियों को पुरूस्कृत किया। वैभव सिंह राठौड़ ने भी कम्पनी की भावी योजनायें प्रस्तुत की।