रीको के प्रबन्ध निदेशक राजेन्द्र भाणावत के साथ यूसीसीआई में बैठक
उदयपुर। रीको जयपुर के प्रबन्ध निदेशक राजेन्द्र भाणावत ने उद्योग संघों को खुला प्रस्ताव दिया कि औद्योगिक क्षेत्रों की मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य का दायित्व स्वीकार करने पर रीको द्वारा इस कार्य हेतु निर्धारित बजट की राशि उक्त एसोसिएशन को स्थानान्तरित कर दी जायेगी।
वे उदयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा चैम्बर भवन के सभागार में उद्यमियों के साथ बैठक को संबोधित कर रहे थे.
बैठक में बताया गया कि कलड़वास क्षेत्र में वर्ष 2005 में भूमि नोटिफाईड होने के बाद भी उद्यमियों को प्लॉटों का आवंटन नहीं किया गया। कविता में 5000 बीघा उसर व अनुपजाऊ भूमि का उपयोग नये औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना हेतु की जाए। मावली तहसील में बोयणा, ऋषभदेव तथा सराड़ा एवं सलूम्बर में नये औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के कार्य को गति प्रदान की जाये। आई.टी. पार्क क्षेत्र को विकसित किया जाए। आई.टी. पार्क में स्थापित उद्योगो को पावर कट से मुक्त रखा जाए।
सलाहकार के. एस. मोगरा ने मादड़ी औद्योगिक क्षेत्र में रेलवे समपार फाटक के रखरखाव से सम्बन्धित व्यय का रीको द्वारा रेलवे को भुगतान, मार्बल स्लरी को सडक़ निर्माण कार्य में भराव के तौर पर उपयोग में लेने के सम्बन्ध में यूसीसीआई की ओर से सुझाव प्रस्तुत किये।
भाणावत ने बताया कि रीको राज्य के औद्योगिक क्षेत्रो के रखरखाव का दायित्व निभाने के लिये आर्थिक रूप से पूरी तरह सक्षम है तथा विगत 3 वर्षों में रीको की आय 153 करोड़ से बढक़र 400 करोड़ हो गई है।
रीको द्वारा सिद्धांत रूप में सर्विस चार्जेज का 30 प्रतिशत भाग औद्योगिक क्षेत्र की मरम्मत एवं रखरखाव पर व्यय किया जाता है। किंतु व्यवहारिक तौर पर पुराने औद्योगिक क्षेत्रों के रखरखाव के कार्य पर अधिक राशि तथा नये स्थापित औद्योगिक क्षेत्र के रखरखाव पर अपेक्षाकृत कम व्यय किया जा रहा है।
संचालन यूसीसीआई के मानद महासचिव विनोद कुमट ने किया। परिचर्चा में संरक्षक अरविन्द सिंघल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेन्द्र टाया, उपाध्यक्ष श्री विजय गोधा, पूर्वाध्यक्ष श्री बी. एच. बाफना, पूर्वाध्यक्ष पी.एस. तलेसरा के अलावा सुखेर, अम्बेरी, गुडली, कलड़वास औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों, एवं उद्यमियों ने भाग लिया।