उदयपुर। प्राकृत विद्या के महामनीषी एवं भाषाविद् डॉ. उदयचंद जैन को मंगलवार को राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटील ने ‘राष्ट्रपति सम्मान’ प्रदान किया। समारोह में मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल भी उपस्थित थे।
डॉ. जैन को यह सम्मान उनके प्राकृत-पालि के मौलिक विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। सम्मान रुप में प्रशस्तिपत्र एवं शॉल प्रदान की गई। डॉ. जैन यह सम्मान प्राप्त करने वाले राजस्थान के दूसरे प्राकृतमनीषी हैं। मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा यह सम्मान प्रतिवर्ष संस्कृत, प्राकृत-पालि, अरबी, फारसी इत्यादि भाषाओं में विशिष्ट साहित्यिक योगदान के लिए दिया जाता है। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वमविद्यालय के जैन विद्या एवं प्राकृत विद्या के पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जैन अप्रैल 2007 में विश्ववविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए और इनके निर्देशन में 30 शोधकार्य हुए हैं। डॉ. जैन इससे पहले भी कई सम्मा नों से सम्मानित हो चुके हैं। उन्हें कई पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।
BADHAI Dr UC JAIN SAHEB.