ऑपरेशन के बाद मरीज का बंद मुंह खुला
उदयपुर. अत्यधिक मात्रा में गुटखे खाने से उदयपुर निवासी 35 वर्षीय मुरलीधर के मुंह में कैंसर की बड़ी गांठ हो गई थी। यह गांठ मुंह से लेकर आंख के निचले हिस्से तक फैली हुई थी। गांठ होने की वजह से मरीज का मुंह बिल्कुल नहीं खुल पा रहा था।
गीतांजली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैंसर सर्जन डॉ. प्रशांत शर्मा ने मरीज का सफल ऑपरेशन कर गांठ निकाली। डॉ. शर्मा ने बताया कि मरीज के शरीर में फैले कैंसर की चिकित्सकीय स्टेज चतुर्थ-ए थी, जो काफी खतरनाक होता है। मरीज मुंह नहीं खुलने से केवल तरल पदार्थों का ही सेवन कर पा रहा था। ऑपरेशन करने से पहले जांच में सामने आया कि गांठ काफी बड़ी है, जिससे आसपास के अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। अत: पहले मरीज को कीमोथैरेपी देकर गांठ का आकार कम किया गया। ऑपरेशन के दौरान मरीज के मुंह में से ऊपर व नीचे का जबड़ा व मांसपेशियों को निकाल कर कैंसर की गांठ निकाली गई। गांठ के साथ ही टेम्पो रिलीस मसल व गले में फैली कैंसर की संभावित जड़ों को भी निकाला गया। वहीं विकृत हुए चेहरे को सही करने के लिए प्लास्टिक सर्जरी कर सीने से चमड़ी निकाल कर चेहरे पर लगाई गई। प्लास्टिक सर्जरी के बाद मरीज का चेहरा लगभग सामान्य दिखने लग गया। छह घंटे तक चले सफल ऑपरेशन के बाद मरीज पूर्णत: स्वस्थ है। मरीज का मुंह खुलने लग गया है। ऑपरेशन में एनेस्थिसिया विशेषज्ञ एम. एस. जैतावत व डा. सीमा ने सहयोग किया।