उदयपुर. वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभः, रिद्धि सिद्धि सहित पधारो गजानन आदि संस्कृत श्लोक के साथ गणेश चतुर्थी पर गणेश मंदिरों में गुरुवार को दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की रेलमपेल रही. शहर के गली-मोहल्लों में गणपति बाप्पा मोरिया के जयकारों की गूँज रही. कतार में खड़े होकर विनाम्र्ज़ भाव से श्रद्धालु दर्शन को आतुर दिखे. बोहरा गणेशजी मंदिर में अलसुबह काफी भीड़ रही. जहाँ एक ओर गणेश मंदिर में घंटे-घड़ियाल बज रहे थे वहीँ गणपति बप्पा के जयकारे वातावरण को धर्ममय बना रहे थे. गणेश प्रतिमाओं को आकर्षक श्रृंगार कर सुसज्जित किया गया. बोहरा गणेशजी, चांदपोल बाहर जाड़ा गणेशजी, दूध तले स्थित पाला गणेशजी, मावा गणेशजी, रावजी का हाटा स्थित मंशापूर्ण गणेशजी, भट्टियानी चोहट्टा स्थित नीमडिया, मुष्टिक गणेशजी आदि स्थानकों पर गणेश प्रतिमाओं का भव्य श्रृंगार किया गया. मंदिरों पर बदली हुई ध्वजा के साथ आरती की गयी. बोहरा गणेशजी में सुबह प्रतिमा का अभिषेक करने के बाद स्वर्ण बरक की आंगी की गई. मंदिर पर दोपहर में ध्वजारोहण किया गया. शाम को मेले में लोगों का आना शुरू हो गया. बच्चों ने अपने मनपसंद डोलर-झूलों में झूलने का आनंद लिया. गणेश प्रतिमाएं लाने के लिए कारीगर के यही विभिन्न क्षेत्रों से युवकों की टोलियाँ पहुँची. प्रतिमा स्थापना कर दस दिन तक गणेश महोत्सव चलेगा.
सभी फोटो : कैलाश टांक