राजस्थान व गुजरात ने सामूहिक भागीदारी से हल निकालने पर जतायी सहमति
उदयपुर। गुजरात में बीटी कॉटन खेतों में कार्य करने के लिए राजस्थान के दक्षिणी जिलों से प्रति वर्ष मजदूरी के लिए जाने वाले बाल श्रमिकों की प्रभावी रोकथाम के लिए राजस्थान के श्रम एवं रोजगार विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ. ललित मेहरा एवं गुजरात के श्रम आयुक्त के. एन. भट्ट की मौजूदगी में बुधवार को हुई बैठक में मंथन हुआ।
बैठक में राजस्थान के प्रमुख शासन सचिव (श्रम एवं रोजगार) ललित मेहरा ने कहा कि बीटी कॉटन में बालश्रमिक पलायन राज्य में अहम् समस्या के रुप में उभरा है, जिसके प्रभावी निस्तारण के लिए दोनों राज्यों को गंभीर होकर प्रशासनिक, सामाजिक एवं गैर सरकारी एवं स्वयंसेवी संगठनों के स्तर पर समन्वय बिठाने की जरूरत है।
डॉ. मेहरा ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में बाल श्रम की रोकथाम के लिए स्थापित चेक पोस्ट एवं समन्वित प्रयासों से अच्छे परिणाम आए है लेकिन इस गंभीर समस्या के लिए अन्य सुनियोजित कारगर एवं व्यावहारिक उपायों को अमल में लाना होगा।
बैठक में गुजरात के श्रम आयुक्त के. एन. भट्ट ने कहा कि बालश्रम की समस्या दोनों राज्यों के लिए गंभीर चुनौती है इसके लिए आ रही समस्याओं के लिए दोनों राज्यों को सतत् वैचारिक आदान-प्रदान एवं परस्पर सूचनाएं भिजवाने का क्रम जारी रखना होगा।
बैठक में उदयपुर जिला कलक्टर हेमन्त गेरा ने कहा कि जिले में बालश्रमिक पलायन की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही करते हुए बीते वर्ष 173 बच्चे मुक्त करवाये गए। वहीं 57 बच्चों को चालू वर्ष के दौरान बीटी कॉटन बालश्रम से मुक्त कराया जा सका।
पुलिस महानिरीक्षक टीसी डामोर ने कहा कि मानव श्रम पलायन के लिए सक्रिय दलालों पर कडी निगरानी इस अभियान की महत्वपूर्ण कडी है। इसमें जागरुक व स्वयंसेवी संस्थाओं को भी सहयोग करने की जरुरत है। पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि बाल श्रमिक पलायन की वास्तविक स्थिति प्रभावित ग्रामों का सर्वे कर जानने की जरुरत बताई जिससे उनके पलायन के बारे में प्रभावी प्रयास किये जा सकें। बनासकांठा (गुजरात) के जिला कलक्टर जे.पी.बोरा ने गुजरात में उच्चस्तर पर इस समस्या का समाधान निकालने के गंभीर प्रयास हुए हैं।
बैठक में डूंगरपुर जिला कलक्टर पूनम, बांसवाडा जिला कलक्टर के. बी. गुप्ता ने भी विचार व्यकक्तर किए। बैठक में पुलिस अधीक्षक राहुल जैन (डूंगरपुर), डी. एस. चूंडावत (बांसवाडा), उपखंड अधिकारी ईडर साबरकांठा, डीएल परमार, गुजरात के अति. सचिव (श्रम) एस. एन. दवे सहित अन्य अधिकारियों ने भी बात रखी।