उदयपुर. मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के अन्तर्गत सरकारी चिकित्सालयों में दो अक्टूबर से आम आदमी को दवाईयां नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जायेगी। जिला कलक्टर हेमन्त कुमार गेरा ने कहा कि बीपीएल और एपीएल के भेद को दूर कर प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति को चिकित्सालयों के आउटडोर व इन्डोर में नि:शुल्क दवायें उपलब्ध करवाने की मुख्यमंत्री की यह योजना एक मील का पत्थर होगी. वे बुधवार को आयुर्वेद महाविद्यालय के सभागार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित योजना की आमुखीकरण कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे।
जिला कलक्टर ने आशा जताई कि योजना से चिकित्सालयों में आने वाले 90 प्रतिशत मरीजों को ईलाज के लिए शत-प्रतिशत दवाईयां नि:शुल्क उपलब्ध होगी तथा दस प्रतिशत मरीजों को 80 से 90 प्रतिशत दवाईयां नि:शुल्क मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि आवश्यक होने पर यदि कोई दवा चिकित्सक द्वारा कारण बताते हुए बाहर से लेने के लिए लिखी जाती है तो इसे भी अनुदानित दर पर लेने के लिए चिकित्सालय के फ्लूडलाईन स्टोर को सुदृ$ढ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसी भी प्रकार की दवाई चिकित्सालय में आने वाले रोगी को बाहर से क्रय नहीं करने प$डे । योजना का लाभ सभी राजकीय अधिकारी व कर्मचारी एवं सेवानिवृत राज्यकर्मियों(पेंशनर्स) को भी मिलेगा। जिला प्रमुख मधु मेहता ने आशा जताई कि इस योजना का लाभ गांव एवं ढाणी तक के मरीजों को मिलेगा। आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एस के कौशिक ने बताया कि चिकित्सालय के आउटडोर में निशुल्क दवाई वितरण के लिए 15 औषधि वितरण केन्द्र बनाये गये है। योजना समन्वयक डॉ0 राजेश भराडिया ने विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अभी तक जिले को 52 प्रकार की दवाईयां प्राप्त हो गई है.