– लेकिन हुआ मिट्टी में ख़ाक
उदयपुर (udaipurnews). पहले उसने आँखें निकाली, फिर चिंगारियां बरसाई, उसकी नाभि से अमृत रुपी आतिशी रोशनी निकली ओर फिर धू-धू करके रावण ख़ाक में मिल गया. इससे पहले हनुमानजी ने लंका दहन किया.
श्रद्धालुओं ने सियापति रामचंद्र की जय, पवन पुत्र हनुमान की जय के नारे लगाये.यह मौका था उदयपुर के भंडारी दर्शाप मंडप का जहाँ देश भर में मनाये गए विजय दशमी पर्व के तहत यहाँ भी रावण दहन हो रहा था.
इससे पूर्व शक्ति नगर स्थित सनातन मंदिर से दोपहर करीब ३ बजे शोभायात्रा निकाली गई. भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान बने पात्रों ने आराधना की. दहन से पूर्व शहर विधायक गुलाब चंद कटारिया ने भगवान राम का तिलक किया. इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे.
शोभा यात्रा शास्त्री सर्कल, बांस वाली गली, टाउन हॉल, सूरजपोल, बापू बाज़ार, देहली गेट, अश्विनी बाज़ार होते हुए गांधी ग्राउंड पहुँची. वहां मैदान पर राउंड लगाने के बाद राम का विजय तिलक किया गया. १२० फीट लंबी लंका के दहन से पूर्व आतिशबाजी की गई.
श्री सनातन धर्म सेवा समिति के संयोजक गुरमुख कस्तूरी ने बताया कि इस बार ६५ फीट लंबा रावण और ५५-५५ फीट लंबे कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाये गए थे. इस अवसर पर निकाली गई झांकियों में नारायण सेवा संस्थान की झांकी को प्रथम पुरस्कार दिया गया.
सभी फोटो : कैलाश टांक