कलाकारों ने किया अभ्यास
शिल्पियों ने ली थड़ों की सुध
राज्यपाल करेंगे उद्घाटन
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udaipur. मेवाड़ की धरा पर आरूढ़ अरावली की सुरम्य वादियों में हवाला गांव में बने कला परिसर शिल्पग्राम में दस दिवसीय राष्ट्रीय हस्तशिल्प एवं लोक कला उत्सव ‘‘शिल्पग्राम उत्सव—२०११’’ बुधवार से प्रारम्भ होगा। राज्यपाल तथा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के अध्यक्ष शिवराज वी. पाटिल उत्सव का उद्घाटन करेंगे। उत्सव के आगाज की पूर्व संध्या पर शाम को कलाकारों ने रंगमंच पर अभ्यास किया वहीं देश के विभिन्न हिस्सो से आये शिल्पकारों ने अपनी दुकानें जमाना शुरू कर दिया।
केन्द्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने बताया कि मंगलवार को दो सौ से ज्या दा शिल्पकार व लोक कलाकारों का उदयपुर आगमन हुआ वहीं शेष बुधवार सुबह उदयपुर पहुंच जाएंगे। यहां पहुचने वाले कलाकारों का बुधवार को पंजीयन किया गया व शिल्पियों को दुकानें आवंटित की गई। शाम को रंगमंच ‘‘कलांगन’’ पर लोक कलाकारों ने कलाओं का अभ्यास किया। इनमें सौंगी मुखौटे, राठवा, कालबेलिया, मांगणियार, कच्छी घोड़ी उल्लेखनीय है।
दशोरा ने बताया कि उत्सव का उद्घाटन राज्यपाल बुधवार शाम छह बजे करेंगे। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय के कुलपति एस.एस. चाहल विशिष्ट अतिथि होंगे।
उत्सव के लिये कला परिसर शिल्पग्राम की साज सज्जा का कार्य दिन भर चलता रहा। शिल्पग्राम के संगम सभागार में कला प्रदर्शनी की तैयारी चल रही थी वहीं रंगमंच की सज्जा का काम देर शाम तक जारी रहा। परिसर में मुख्य द्वार से रंगमंच की ओर जाने वाले मार्ग को रंग बिरंगी पताकाओं झालरों से सजाया गया है यहां लगाया गया द्वार विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इसके अलावा परिसर में विभिन्न स्थलों पर कलात्मक द्वार लगाये गये हैं। शिल्पग्राम में जैसलमेर की रामा झोंपड़ी, सम,, गुजरात की बन्नी, भुजोड़ी, वारली, डांग, राठवा, बुनकर झोपड़ी की छटा देखते ही बनती है।
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