तड़प रहे थे मरीज, चिकित्सा विश्वविद्यालय का उदघाटन
रेडियो व टीवी पर हेल्प बुलेटिन नववर्ष से : आजाद
udaipur. एक ओर चिकित्सकों की हड़ताल के कारण मरीज तड़पते रहे, महाराणा भूपाल चिकित्साफलय के वार्ड खाली पडे़ रहे और उधर दूसरी ओर देश के केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद शहर में निजी चिकित्सा विश्वविद्यालय का उदघाटन कर रहे थे।
जहां इस समारोह में मंत्रीजी मरीजों के लिए घोषणाएं कर रहे थे और केन्द्र सरकार की योजनाओं का बखान कर रहे थे उधर दूसरी ओर मरीज अपने उपचार को लेकर दौड़ भाग कर रहे थे।
केन्द्रीय चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार आम जन को विभिन्न रोगों की रोकथाम एवं उपचार संबंधी जानकारी देने के लिए रेडियो व दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनलों के साथ करार कर जनवरी, 2012 से आधे घण्टे का हेल्प बुलेटिन प्रसारित करेगी। जिसमें पन्द्रह दिवस की अवधि में सभी प्रकार के रोग विशेषज्ञों के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों का प्रसारण किया जायेगा। आजाद सोमवार को उदयपुर के निजी चिकित्सां विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से देश में नॉन कम्युनिकेबल डिजिज केंसर, डायबिटीज, हृदयघात एवं पक्षाघात जैसी गंभीर बीमारियों के लिए अगले वर्ष से देश के 100 जिलों 12 हजार करोड़ रुपये का पायलट प्रोजेक्ट शुरु किया जायेगा। इस प्रोजेक्ट में राजस्थान के भी सात जिले शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि केंसर की रोकथाम एवं उपचार के लिए प्रत्येक जिले में एक केंसर जांच सेंटर बनाया जायेगा। जिसमें कीमो थैरेपी मशीन डॉक्टर व पेरामेडिकल स्टॉफ केन्द्र सरकार राज्यों को उपलब्ध करा रही है। केन्द्र सरकार प्रति मरीज कीमोथैरेपी के लिए एक लाख तक अनुदान देगी। प्रत्येक जिले में सौ मरीजों को इलाज का प्रावधान आरंभिक तौर पर किया गया है।
उन्होंने बताया कि देश ने टीकाकरण के क्षेत्रा में अग्रणी कदम उठाते हुए ‘‘पेंटावेलेंट वेक्सीन’’ तैयार की है जिसमें पांच टीकों का सम्मिश्रण एक ही टीके में कर दिया गया है, पेंटावेलेंट वेक्सीन की फिलहाल केरल व तमिलनाडु से शुरुआत की गई है जो अगले वर्ष से 6 राज्यों में और संभवत आगामी 4 वर्षों में पूरे देश में लागू करने के लिए केन्द्र सरकार प्रभावी प्रयास कर रही है।
अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय भूतल परिवहन व राजमार्ग मंत्री डॉ. सी. पी. जोशी ने कहा कि भारत जैसे विकासशील देश में रोगों की रोकथाम के लिए अग्रणी शोध, आधुनिक सूचना तकनीक का उपयोग, आधुनिकतम चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए आमजन को सस्ता,सुलभ व गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं चिकित्सा के क्षेत्रा में एक चुनौती हैं।
उन्होंने इलाज के बढ़ते खर्च को गरीब के बूते से बाहर बताते हुए कहा कि चिकित्सा क्षेत्रा से जुड़े लोगों को चाहिए कि वे बीमारी से बचाव के उपायों पर विशेष ध्यान दें ताकि गरीब व्यक्ति इलाज पर होने वाले व्यय से बच सके। उन्होंने केन्द्रीय चिकित्सा मंत्री से आग्रह किया कि वे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का विकेन्द्रीकरण करते हुए उदयपुर में एक रीजनल सेंटर स्थापित करें।
आरंभ में सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आई.वी.त्रिवेदी ने कहा कि बदलते दौर में चिकित्सा शिक्षा पद्धति में बदलाव समय की मांग है। संस्थान के अध्यक्ष जे. पी. अग्रवाल ने संस्थान के द्वारा अब तक किए गए विकास एवं भावी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता जताई।
स्वागत उद्बोधन डॉ. खतीजा सैफी ने दिया जबकि आभार मेडिसिन विभाग के निदेशक डॉ. ए. ए. सैफी ने ज्ञापित किया। इस मौके पर संस्थानिक पत्रिका नरामय का भी अतिथियों ने विमोचन किया। अतिथियों ने फीता काटकर उद्घाटन पट्टिका अनावरण कर विश्वविद्यालय भवन का विधिवत शुभारंभ किया। इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री आजाद सांसद डॉ. गिरिजा व्यास के दैत्यमगरी स्थित निवास पर भी गये जहां उन्होंने अल्पाहार लिया।
udaipur news
dr.’s ko hadtal ka dusra tarika nikalte huwe hospital ke bahar road par marijo ko dekhna chahiye ya calectri me bhi marijo ko deke to prashasan unko dekhega isse ilaj bhi hoga, unki apsent bhi nahi hogi or ilaj bhi honge. garibo ko marwake salaries badh bhi gaye to kya phayda ?
resma imposed hone se ye kaise sambhav hoga, wo mareej dekhenge aur police jail me bhar degi… jo sarkar ke numainde ham chun rahe hain, unhe apni naak bahut pyari hai ki jhukna nahi chaahte hamara hi paisa private hospital ko deke ilaaj ki baat karte hai, aur wo hsptl hi hamari jeb kaatenge… gud
idhar bhi kamai n udhar bhi
to ilaj jail se hi sahi, par ilaj to hona hi chaliye koi sarkar ilaj karne se nahi rok sakti