udaipur. करीब 35 वर्षों से अधिक समय से हिन्दुस्तान जिंक में सक्रिय रूप से जुडे़ मुख्य प्रचालन अधिकारी (सीओओ) अखिलेश जोशी की कम्पनी में जिम्मेदारी और बढ़ा दी गई है। अब उन्हें मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है। गत दिनों वेदांता समूह के निदेशक मण्डल की हुई बैठक में अपने भावी विस्तार के मद्देनजर जोशी को इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उल्लेखनीय है कि जोशी कंपनी के आजीवन निदेशक भी हैं और नेशनल मिनरल अवार्ड भी प्राप्त कर चुके हैं।
उदयपुर न्यूज से बातचीत में जोशी ने बताया कि नया पद मिलने के बाद उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। कंपनी को नई ऊंचाइयों तक ले जाना ही उनका मिशन है। राज्य समेत देश भर में जिंक के नए डिपोजिट्स तलाशे जाएंगे। इससे न केवल जिंक का मुनाफा बढे़गा बल्कि रोजगार के अवसर भी बढे़गे। उन्होंने कहा कि सामाजिक सरोकारों के कार्यों को और आगे ले जाकर सामाजिक विकास में महती भूमिका निभाएंगे। उल्लेखनीय है कि जिंक अपनी इकाइयों के आसपास सामाजिक सरोकारों के कार्य में भी अग्रणी है। इसके लिए बाकायदा एक अलग विभाग सीएसआर (corporate social resources) भी है जो सिर्फ सामाजिक सरोकारों के कार्य देखता है जिसे खुद श्री जोशी एवं वेदांता समूह के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल देखते हैं।