udaipur. राजस्थान महिला विद्यालय की ओर से महिला सशक्तीकरण : इक्कीसवीं सदी की एक चुनौती विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी 4-5 फरवरी को राजस्थान महिला टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में होगी। इसमें देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों से पदाधिकारी, प्राचार्य, प्राध्यापक सहित प्रतिष्ठित शिक्षाविद भाग लेंगे।
संगोष्ठी की निदेशक एवं टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रभा वाजपेयी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि संगोष्ठी में भाग लेने के लिए करीब 150 प्रतिभागियों की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। साथ ही 175 आलेख मिल चुके हैं। संगोष्ठी में राष्ट्रीय जीवन से जुड़े छह बिन्दुओं महिला सशक्तीकरण का संप्रत्यय, इसके ऐतिहासिक एवं समाजशास्त्रीय आयाम, शिक्षा की भूमिका, महिला सशक्तीकरण की आवश्यकता, इसके मार्ग में अवरोध एवं इसकी सुनिश्चितता के मापदण्ड पर आलेख प्रस्तुति एवं सामूहिक विचार मंथन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोजन में शिक्षाविद् डॉ. ए. बी. फाटक, प्रो. ओ. एस. देवल, जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. दिव्यप्रभा नागर का मार्गदर्शन मिलेगा।
डॉ. वाजपेयी ने कहा कि महिला सशक्तीकरण पर देश में कड़े कदम उठाने की जरूरत है। संगोष्ठी में 4 तकनीकी सत्र होंगे। इसमें पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, गुजरात, उत्तराखण्ड आदि से संभागी आ रहे हैं।
संयोजक डॉ. बी. एम. दाधीच ने बताया कि संगोष्ठी का उद्घाटन 4 फरवरी को सुबह 10.30 बजे शिक्षामंत्री ब्रजकिशोर शर्मा करेंगे। सत्र की अध्यक्षता सांसद रघुवीर मीणा करेंगे। विशिष्ट अतिथि राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी होंगी। समापन 5 फरवरी दोपहर में होगा। समापन सत्र के मुख्य अतिथि सुविवि के कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी तथा विशिष्ट अतिथि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस महानिरीक्षक टी. सी. डामोर होंगे। अध्यक्षता डॉ. दिव्यप्रभा नागर करेंगी।