udaipur. वेदान्ता फाउण्डेशन, हिन्दुस्तान जिंक एवं राजस्थान सरकार के तत्वावधान में संचालित वेदान्ता ई शिक्षा/स्कूल्स परियोजना का सांसद रतनसिंह ने गुरुवार को किया। इसके तहत उन्होंने भरतपुर जिले के राउप्रावि गांव जोगीपुरा नदबई स्थित स्कूकल का निरीक्षण किया। स्टेट हेड मोहतमीम ने बताया कि परियोजना राज्य के 7 जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमन्द, चित्तोडगढ़, भीलवाड़ा एवं भरतपुर के 482 विद्यालयों में संचालित हैं।
विद्यालय के कम्प्युटर प्रभारी रणधीर सिंह ने बताया कि एक वर्ष पूर्व वह कम्प्युटर संचालन करना नहीं जानते थे। परियोजना के अन्तर्गत कुल 4 कम्प्युटर प्रशिक्षणों में उपस्थित होकर विद्यालय में अभ्यास किया जिसके फलस्वरूप आज वह कम्प्यूटर चलाने में सक्षम हैं। साथ ही बच्चों को भी इसकी शिक्षा देते हैं। वेदान्ता फाउण्डेशन की ओर से प्रदान की गई पुस्तकें भी सीखने में सहयोगी साबित हुई हैं। प्रधानाध्यापक मानसिंह ने बताया कि प्रतिमाह 2 बार फाउण्डेशन के समन्वयक द्वारा विद्यालय में आकर प्रगति देखी जाती हैं।
विद्यालय के विद्यार्थि वर्ग ने भी बताया कि हम छात्र-छात्राएं कम्प्युटर चलाना सीखे, जिसमें कम्प्यूटर शुरू करना, बंद करना, माउस का उपयोग, पेन्टींग करना, ई-कन्टेन्ट में दिये गये विषय वस्तु को खोलकर पढऩा, टाईप करना आदि हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि हम और अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु प्रयासरत रहेंगे।
सांसद ने कहा कि तकनीकी शिक्षा वर्तमान की आवश्यककता है। हिन्दुस्तान जिंक, वेदान्ता फाउण्डेशन व राजस्थान सरकार के इस प्रयास की सराहना की करते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाओं से वंचित वर्ग को लाभ मिलेगा। बच्चे कम्प्यूटर को अपना मित्र बना सकेंगे, और 21 वीं सदी का सामना करने हेतु तैयार होंगे। साथ ही उन्होने वेदान्ता समुह के प्रमुख अनिल अग्रवाल का भी नाम लेते हुए बताया कि भरतपुर उनका अपना जिला हैं। यहां 28 विद्यालय के अलावा अन्य विद्यालयों को भी जोडऩे का आग्रह किया। सांसद ने गांव के लिए सामुदायिक भवन हेतु 2.40 लाख की घोषणा की।
उनके साथ जिला प्रमुख प्रतिनिधि गिरीश चौधरी, ब्लॉक अध्यक्ष प्रशान्त कटारा, एडीपीसी सतीश बंसल, बीईओ शेरसिंह एवं सरपंच राजवती देवी उपस्थित थे।
वेदान्ता फाउण्डेशन से स्टेट हेड मोहतमीम एजदानी, कार्यक्रम समन्वयक अभिषेक श्रीवास्तव एंव स्टेट प्रशिक्षण समन्वयक जयेश शाह ने आयोजन का कार्यभार संभाला।
कार्यशाला में उपस्थित समस्त सदस्यों ने कम्प्यूटर कक्ष का अवलोकन किया, कक्ष सुसज्जित था। कम्प्यूटर कक्ष में मेहमानों ने ई—कन्टेन्ट को भी देखा और सराहना की। संचालन शिवदत्त शर्मा ने किया।