udaipur. नगर परिषद बोर्ड की बैठक बुधवार को रात्रि 8:30 बजे तक जारी थी। जानकारों ने इसे उदयपुर नगर परिषद के इतिहास में पहली बार इतनी लम्बी और दो दिन तक चलने वाली बैठक बताया है। सुबह बैठक शुरू होने से पूर्व परिषद कर्मचारियों और अधिकारियों ने बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय किया।
बताया गया कि कर्मचारियों की ओर से सभापति के नाम लिखी गई पाती में कहा गया कि जनप्रतिनिधि किसी भी मामले में उन पर सीधे आरोप लगाते हैं तथा उनकी निंदा की जाती है। इस कारण वे बहिष्काभर कर रहे हैं। आयुक्तभ सहित अन्यह कर्मचारियों के बैठक में नहीं आने पर सभापति रजनी डांगी, उपसभापति महेन्द्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली सहित 5-7 पार्षद कर्मचारियों और अधिकारियों के पास पहुंचे और इसकी पुनरावृत्ति न होने का आश्वाशसन दिया। तब ये सभी बैठक में लौटे। बैठक में गुलाबबाग पर विशेष बजट रखने के अलावा शहर के विकास के मुद्दों पर चर्चा हुई। दिन भर आरोप-प्रत्याषरोपों के चलते बैठक जारी थी।