सिटी पैलेस में बही प्रात:कालीन स्वर लहरियां
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udaipur. होली के मद्देनजर maharana mewar charitable foundation के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला रंग के तहत रविवार को दूसरे दिन खुश महल के झरोखे में संगीत आयोजन में कलाकारों द्वारा प्रात:कालीन राग पेश किए गए।
सर्वप्रथम सूर्योदय से पूर्व की वेला में सारंगी वादक कलाकार पत्ती खां ने राग नट भैरव में मध्य लय एवं धु्रत लय में वादन किया। इसके बाद पारंपरिक हिन्दुस्तानी राग-रागनियों के विशेषज्ञ कलाकार कृष्ण कुमार देहलवी एवं पत्ती खां ने राग राम कली में विलंबित एक ताल में रचना गाई एवं उसी की त्रिताल में भी प्रस्तुति दी। इसके पश्चात दोनों ही कलाकारों के संगत ने देशी तोड़ी ताल त्रिताल में गाया। इस दौरान खुश महल के झरोखें में भगवान सूर्यनारायण ने किरणें बिखेरी एवं कलाकारों ने अंत में होड़ी गाकर taal deepchandi तथा कहरवा में प्रस्तुति दी। दोनों ही कलाकारों के साथ हारमोनियम पर मीठालाल, तबले पर सौरभ देहलवी एवं तानपुरे पर ओम टांक ने संगत की। प्रात:कालीन संगीत वेला की सुरमयी आयोजन से पूर्व एटर्नल मेवाड़ फेस्टिवल के आर्टिस्ट डायरेक्टर दिव्य भाटिया ने फाउण्डेशन द्वारा होली पर्व पर पारंपरिक राग रागिनियों एवं वाद्ययंत्रों के बारे में उपस्थित कलाप्रेमियों को जानकारी दी।
चार दिवसीय प्रदर्शनी रंग के तहत सिटी पैलेस संग्रहालय के सभा शिरोमणी का दरीखाना में रविवार को कलाप्रेमियों ने पारंपरिक चित्र कलाकार रेवा शंकर शर्मा, श्री राजाराम शर्मा एवं श्री ललित शर्मा की कृतियों को निहारा तथा उनसे पारंपरिक चित्रकारी संबंधी चर्चा की।