चार दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव शनिवार से
12 मार्च को होगी कलश स्थापना
udaipur. सिटी पैलेस से शुक्रवार सुबह खींमज माताजी की मूर्ति को संपूर्ण साज-सज्जा कर सुसज्जित वाहनों के साथ पैलेस लवाजमे एवं पैलेस बैण्ड की धुन पर कैलाशपुरी स्थित नागदाह पर्वत पर जीर्णोद्धार किए गए मंदिर में ले जाया गया। जहां चार दिवसीय नवचंडी महायज्ञ पश्चात 12 मार्च को मूर्ति स्थापित की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि कैलाशपुरी में स्थित प्रभु श्री एकलिंगनाथ जी के विश्वप्रसिद्ध मंदिर के समीप बाघेला तालाब के तट पर नागदाह पर्वत श्रेणी पर सैकड़ों वर्ष पूर्व खंडित हुए दो मंदिरों का श्रीएकलिंगजी ट्रस्ट ने पुनर्निर्माण किया है। इनमें से एक मंदिर खींमज माताजी का है जिसकी मूर्ति वर्षों पूर्व तस्करों द्वारा चुरा ली गई थी जिसे ट्रस्ट ने सरकार से प्राप्त कर पुन: सुसज्जित कर दी है। नागदाह पर्वत पर खींमज माता मंदिर के पास ही जीर्णोद्धार किए गए नीमच माताजी के मंदिर पर भी कलश स्थापना 12 मार्च को की जाएगी।
फोटो ३. लवाजमे के साथ पैलेस से निकलती खींमज माता जी की सवारी।