udaipur. डीपीएस सोसायटी नई दिल्ली के अध्यक्ष अशोक चन्द्रा ने कहा कि विद्यार्थियों में मौलिक चिंतन उत्पन्न करने की प्रवृत्ति डालें। उसका विकास करें। वे रविवार को यहां डीपीएस उदयपुर में उनके सम्मान में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे यहां प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन उसका उपयोग मौलिक चिंतन या अनुसंधान में नहीं होकर दूसरों की नकल में होता है।
यही कारण है कि इतनी बड़ी जनसंख्या वाले देश में अब तक गिने-चुने लोगों को ही नोबल पुरस्कार मिल पाया है। उन्होंने शिक्षा के अधिकार के बारे में भी जानकारी दी। उनके साथ आई डीपीएस सोसायटी नोएडा की प्राचार्य कामिनी भसीन ने भी उदयपुर डीपीएस की प्रगति की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी।
इससे पूर्व उदयपुर डीपीएस प्रबंधन समिति की सदस्या निकी अग्रवाल ने स्वानगत भाषण में चन्द्रा की विद्वता, कुशलता की सराहना करते हुए कहा कि उनके मूल्यवान विचारों की नींव पर खड़ा यह शिक्षण संस्थान उनका हमेशा ऋणी रहेगा। विद्यालय के प्रो वाइस चेयरमैन गोविंद अग्रवाल ने चन्द्रा का मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।
अंत में उदयपुर डीपीएस की प्राचार्य नीरू टंडन ने चन्द्रा का आभार जताते हुए धन्यवाद दिया। समारोह के बाद अतिथियों ने विद्यालय भवन, छात्रावास, तरणताल और क्रीड़ा परिषद का भी अवलोकन किया।