udaipur. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को उदयपुर में विभिन्न शोक संतप्त परिवारों के बीच पहुंचकर मृतक परिजनों को सान्वना देकर शोक जताया।
मुख्यमंत्री बुधवार शाम महावीर साधना एवं स्वाध्याय समिति (अम्बामाता) स्थित भवन पहुंचे जहां उन्होंने प्रसिद्घ समाजसेवी एवं उद्योगपति राजेन्द्रमल कुम्भट के निधन पर आयोजित शोकसभा में कुम्भट के परिजनों को ढांढस बंधाया।
वे अल्कापुरी स्थित प्रताप भण्डारी के निवास पर पहुंचे जहां उनकी माताजी केसर कुंवर के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने शहर के समाजसेवी सुरेश पालीवाल के रावजी का हाटा स्थित निवास पर पहुंचकर उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनकी पत्नी एवं परिजनों को सांत्वना दी।
जन सुनवाई में उमडे लोग
मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा बुधवार शाम को उदयपुर सर्किट हाउस में की गई जन सुनवाई में लोग उमड़ पडे़। मुख्यमंत्री ने प्राप्त आवेदन-पत्रों एवं शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना और उनके यथासंभव निराकरण का भरोसा दिलाया। समस्याओं के निराकरण के लिये शाम से ही बडी संख्या में लोग सर्किट हाउस पहुंचकर अलग से स्थापित पंजीकरण काउण्टर में पंजीकृत कराया। मुख्यमंत्री को जन सुनवाई के दौरान ईंट-भट्टों को जबरन हटाने, पट्टे जारी करने, इलाज के लिये आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, उदयपुर शहर को बी-2 श्रेणी में लेने, खदान पर कार्य करने वाले श्रमिकों को स्थायी करने आदि से सम्बंधित जन समस्याएं सुनी। भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से सर्किट हाउस में मुख्यसमंत्री के समक्ष उदयपुर को बी-2 दर्जा दिलाने और नगर निगम दिलाने को लेकर ज्ञापन दिया गया।
इस मौके पर जिला प्रमुख मधु मेहता, संसदीय सचिव गजेन्द्रसिंह शक्तावत, खेल एवं युवा मामलात मंत्री मांगीलाल गरासिया, राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष दिनेश तरवाडी, यूआईटी अध्यक्ष रूपकुमार खुराना, संभागीय आयुक्त डॉ. सुबोध अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक गोविन्द गुप्ता, जिला कलक्टर हेमन्त कुमारा गेरा, पुलिस अधीक्षक आलोक वशिष्ठ सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य लोग एवं अधिकारीगण मौजूद थे।