उदयपुर। श्री सांई भक्त मण्ड़ल उदयपुर द्वारा एक शाम सांई के नाम तृतीय विराट भजन संध्या का आयोजन टाऊन प्रांगण में आयोजित हुई। भक्ति संध्या में सांई का शाही दरबार सजाया जाकर अलोकिक श्रृंगार किया गया। भक्तों पर इत्र एवं फूलों की निरंतर वर्षा की गई। देश के ख्यातनाम भजन गायकों ने अपने भजनों से भक्तों को सांई रस में डुबो दिया
मण्ड़ल अध्यक्ष हरिश नवलखा ने बताया की भजन संध्या की शुरूआत उदयपुर के भजन गायक जितेन्द्र वर्मा ने गणपति वंदना से की। इसके बाद मेंरा सांई की कृपा से सब काम हो रहा हैं, मेरे सिर पर रख दो हाथ सुनाकर भक्तों को झुमनें पर मजबूर कर दिया।
उदयपुर के अशोक गन्धर्व ने दिवाना तेरा आया बाबा तेरी शिरड़ी, सांई तू हमेशा मैरे साथ रहें, गायक कलाकार शाहनवाज खान ने सांई करम का क्या कहना, सांई तेरे हजारों हाथ जैसे भजनों को गाकर भक्तों को खुब नचाया।
भीलवाड़ा के मास्टर समीर ने दुनिया भर मे हुकम चले शिरड़ी सांई का, थोड़ा ध्यान लगा सांई दौड़े-दौड़े आयेंगे, हमने अपना वचन निभाया शिरड़ी आने का, सुनाकर वाह-वाही लुटी।
जयपुर से आए सांई भजन गायक श्याम अपूर्वा ने अपने भजनों की शुरूआत बुलावा आया हैं सांई ने बुलाया हैं, से की इसके बाद लड्डु राम नाम का खाले तेंरा हो जायेगा नाम, मैने पुछा सांई राम से, मेरे घर कब आओगे सुनाकर भक्तों को सांई भक्ति में रमा दिया।
भजन सध्या में भक्तों की सुविधा स्वरूप भण्ड़ारें, महिलाओं और पुरूषों के बैठने के लिए पृथक व्यवस्था के साथ सांई दर्शनार्थ पंक्तिबद्ध व्यवस्था की गई। भजन संध्या की शुरूआत में आरती व आतिशबाजी की गई। भजन संध्या को सफल बनाने के लिए सांई भक्त मण्ड़ल के प्रतापसिंह राठौड़, जीतेन्द्र कुमावत, बबला भाई, रमेश सालवी, हर्ष कुमावत, रतन भाटी, करण सिंह परमार, प्रकाश कुमावत, पृथ्वीराज सुवालका, एवं समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने विशेष सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक राजेन्द्र सेन ने किया।