उदयपुर. अब राजस्थान विद्यापीठ के बीएड (बाल विकास) के अभ्यर्थी भी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। राजस्थान विद्यापीठ के प्रतिनिधि मंडल ने पंचायतीराज विभाग की सचिव अर्पणा अरोड़ा से मुलाकात कर सारी प्रक्रिया बताई। इस पर अरोड़ा ने राजस्थान विद्यापीठ को यह स्वीकृति प्रदान की है।
गौरतलब है कि इससे पहले परीक्षा में बैठने और नहीं बैठने के निर्णय को लेकर छात्र छात्राएं असमंजस में थे। दरअसल, बीएड (बाल विकास) के लिए पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय दिया था कि यह डिग्री प्राथमिक स्तर की कक्षाओं के लिए भी मान्य होगी। इसके पीछे कारण यह है कि इसमें बाल विकास संबंधी विशेष प्रशिक्षण शामिल है। इसके बाद राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने भी इस डिग्री को प्राथमिक स्तर तक के लिए मान्य कर रखा है। ऐसे में इसके अभ्यर्थी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक दोनों स्तरों के लिए पात्र हैं, लेकिन हाल ही तृतीय श्रेणी भर्ती में इन अभ्यर्थियों को प्रथम स्तर के लिए पात्र नहीं माना गया था और उनके प्रवेश-पत्र डाउनलोड नहीं हो रहे थे।