उदयपुर। शहर के समाजसेवियों ने झील संवर्धन समिति के संरक्षक एवं संभागीय आयुक्त सुबोध अग्रवाल को पत्र भेजकर झीलों से खोदी जा रही मिट्टी माफिया के कब्जे से झीलों को बचाने का आग्रह किया है।
समाजसेवी भंवरसिंह राजावत ने पत्र में बताया कि गर्मी में उदयपुर की झीलो में जल स्तर कम होने के साथ ही अवैध ईट भट्टा संचालक व मिट्टी माफिया सक्रिय हो मशीनों द्वारा सभी झीलो से बेतरतीब मिट्टी खोद बेचने हेतु ले जाते है व प्रति डम्फर करीब 7 से 8 हजार रुपए व प्रति ट्रेक्टर करीब 1200 से 2000 रुपए में बाजार मे बेचते हैं। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से सरकारी मिलीभगत से बेरोकटोक चल रहा है। प्रतिवर्ष मिट्टी माफिया झीलों से करोडों रूपए की मिट्टी बाजार में बेच रहे हैं।
उन्हों ने विशेषज्ञों की देखरेख में झीलों से मिट्टी खुदाई करवाने की मांग की है। साथ ही व्याोवसायिक मिट्टी दोहन पर राजस्व लेने का आग्रह किया है।