उदयपुर। उदयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री की चैम्बर भवन के पी.पी. सिंघल सभागार में हुई वार्षिक साधारण सभा की 41 वीं बैठक में सत्र 2012-13 के लिए महेन्द्र टाया यूसीसीआई के अध्यक्ष तथा अंशु कोठारी उपाध्यक्ष चुने गए। विनोद कुमट वरिष्ठ उपाध्य्क्ष मनोनीत हुए।
वर्ष 2012-13 के लिए बी. एल. मंत्री, एम. एल. देवपुरा, प्रोफेसर आई. वी. त्रिवेदी को मानद सदस्य मनोनीत करने के प्रस्ता्व पर सदन ने सर्वसम्मति से सहमति दी। यूसीसीआई की डायरेक्ट्री का विमोचन ए. कार्तिकेयन ने किया। वार्षिक साधारण सभा के पश्चात् चुनाव अधिकारी बी. एल. मन्त्री ने वर्ष यूसीसीआई के अध्यक्ष हेतु टाया सेरामिक्स प्राईवेट लिमिटेड के महेन्द्र टाया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेतु कॉरपोरेट चैनल्स के विनोद कुमट, उपाध्यक्ष हेतु शुभ मैनेजमेन्ट एकेडमी की डॉ. अंशु कोठारी के निर्वाचन की घोषणा की।
वृहद् एवं मध्यम उद्योग श्रेणी में हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अखिलेश जोशी, चौधरी ऑफसेट के हंसराज चौधरी, नाहर कलर्स एण्ड कोटिंग के मानिक नाहर, अरिहन्त टाईल्स एण्ड मार्बल्स के श्री मुकेश मोदी, मेवाड़ पॉलीटेक्स के संदीप बापना तथा जे.के. टायर एण्ड इण्डस्ट्री के यू.के. शिनॉय के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की।
लघु उद्योग श्रेणी से तलेसरा मार्बल एण्ड टाईल्स के दिलीप तलेसरा, सिसोदिया मैन्योर मिल के जी.एस. सिसोदिया, कुन्दन स्विचगियर्स के हेमन्त जैन, मिलेनियम डायमण्ड टूल्स के नक्षत्र तलेसरा, शुभ संगमरमर के ओमप्रकाश अग्रवाल, आर. के. फॉस्फेट के श्री रमेश कुमार सिंघवी तथा मंगलमूर्ति मिनरल्स के डॉ. विवेक वशिष्ठ् तथा संगठन एवं संस्था सदस्य वर्ग में गुडली चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के एस.एल चेलावत, होटल एसोसिएशन उदयपुर के धीरज दोशी, उदयपुर मार्बल एसोसिएशन के महेन्द्र माण्डावत तथा व्यापारी एवं व्यवसायी वर्ग से होटल गोरबंध से मनीष गलूण्डिया, कुणावत एण्ड एसोसिएटस से डॉ. निर्मल कुणावत, पी. तलेसरा एण्ड एसोसिएटस से श्री पवन तलेसरा तथा मैकनियर्स इण्डिया के प्रशांत जैन तथा भूतपूर्व अध्यक्ष श्रेणी से अरावली मिनरल्स के श्री मांगीलाल लूणावत व सिरोया सीमेन्ट उद्योग के वीरेन्द्र सिरोया के निर्वाचन की घोषणा की।
टाया ने बताया कि इस वर्ष ज्यादा से ज्यादा नए उद्यमियों को यूसीसीआई से जोडऩे की योजना है। इसके लिए जो नए उद्योग अब तक प्रोडक्शून में नहीं आए हैं उन्हें यूसीसीआई से जोड़ा जाए ताकि नये उद्योग लगाने में आने वाली कठिनाईयों को यूसीसीआई द्वारा हल किया जा सके।